नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यमुना पर नवनिर्मित सिगनेचर ब्रिज के रविवार को उदघाटन से पहले ही इसका श्रेय लेने की होड़ में आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई।
दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष एवं सांसद मनोज तिवारी ने आरोप लगाया कि जब वह उदघाटन स्थल पर पहुंचे तो आप समर्थकों और पुलिस ने उन्हें रोक लिया। तिवारी ने आरोप लगाया कि आप सरकार पर ब्रिज का निर्माण पूरा होने के बाद इसका श्रेय ले रही है, जबकि इसके लिए उन्होंने स्वयं प्रयास किया था और इस परियोजना के लिए 33 करोड़ रूपए स्वीकृत करवाए थे।
उन्होंने कहा कि हम शांतिपूर्वक उदघाटन स्थल पर पहुंचे और मुख्यमंत्री का स्वागत करना चाहा, लेकिन आप के पक्षधर डीसीपी की अगुवाई में स्थानीय पुलिस ने मुझे रोक लिया। उन्होंने कहा कि पुलिस ने उन्हें रोका और आप कार्यकर्ताओं ने हमला भी किया। यह एक सांसद के साथ दुव्यर्वहार है।
इस बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि भाजपा कार्यकर्ता कार्यक्रम के दौरान हंगामा कर रहे थे और पुलिस मूकदर्शक की भूमिका में थी। केजरीवाल ने ट्वीट किया कि अभूतपूर्व। सिगनेचर ब्रिज उदघाटन स्थल पर भाजपा का हंगामा। यह दिल्ली सरकार का कार्यक्रम है, पुुलिस मूकदर्शक। क्या उपराज्यपाल सिगनेचर ब्रिज उदघाटन स्थल पर शांति और कानून-व्यवस्था सुनिश्चित कर सकते हैं।
अपार जनसमूह और नेताओं की मौजूदगी में सिगनेचर ब्रिज के उदघाटन के लिए शाम चार बजे का समय निर्धारित था, लेकिन श्रेय लेने की दावों के बीच आप और भाजपा कार्यक्रताओं के बीच झड़प की स्थिति निर्मित हो जाने के कारण उदघाटन में विलंब हुआ। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी ट्वीट कर समूचे हंगामे पर क्षोभ व्यक्त किया।