सबगुरु न्यूज । कोरोना वायरस ने देश के अंदर इतनी मुसीबत खड़ी कर दी है कि एक राज्य दूसरे राज्यों के नागरिकों से भी दूरी बनाने लगे हैं । राज्यों की दलील है कि अगर यहां दूसरे राज्यों से लोग आते हैं तो इस महामारी को और बढ़ावा देंगे । देश के अंदर अगर इस प्रकार की विचारधारा राज्यों की रहेगी तो जाहिर है इससे क्षेत्रवाद को और बढ़ावा मिलेगा । आज हम बात कर रहे हैं देश की राजधानी दिल्ली की, दिल्ली पूरे देश की है । आज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक ऐसा फैसला लिया कि पूरे देश भर में एक बार फिर राजनीतिक शुरू हो गई है ।
delhi border seal for 7 days
केजरीवाल ने आने वाले 7 दिनों के लिए दिल्ली बॉर्डर को इसलिए सील कर दिया है कि हरियाणा, उत्तर प्रदेश आदि राज्यों से कहीं लोग न राजधानी में न आ जाएं । वहीं दूसरी ओर दिल्ली के मुख्यमंत्री ने इस मामले में अटपटा सा बयान देकर कहा है कि राजधानी में कोरोना के बढ़ते मामलों से पहले ही अस्पताल भरे हुए हैं, अब हम दूसरे राज्यों के नागरिकों के लिए अस्पताल की सुविधा उपलब्ध नहीं करा सकते हैं । केजरीवाल के इस फैसले पर भाजपा, कांग्रेस ने भी ऐतराज जताया है । मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस फैसले के तहत दिल्ली से सटे बॉर्डर को अगले एक हफ्ते तक सील रखा जाएगा, हालांकि, इस दौरान जिनको पास जारी होगा उन्हें और जरूरी क्षेत्र से जुड़े लोगों को एंट्री मिल पाएगी। दिल्ली सरकार के फैसले से हरियाणा और उत्तर प्रदेश के नागरिकों के लिए एक नई मुसीबत खड़ी कर दी है ।
दिल्ली बॉर्डर सील होने से एनसीआर के लोगों को होगी भारी मुसीबत
दिल्ली सरकार ने अगले एक हफ्ते तक दिल्ली से सटे बॉर्डर को सील किया है । यानी अब दिल्ली में नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम, फरीदाबाद जैसे एनसीआर के शहरों से कोई एंट्री नहीं मिल पाएगी।जिनके पास कार्ड हैं यानी जो पास प्रशासन की ओर से जारी किए जा रहे हैं और जरूरी कार्यों से जुड़े लोगों को इस दौरान एंट्री मिल पाएगी । दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने लोगों से सुझाव मांगा है कि क्या दिल्ली के बॉर्डर को आगे भी सील रखा जाए ।
delhi dtc bus running status
इसके अलावा दिल्ली में जो डीटीसी की बसें चल रही हैं, अब वो गुरुग्राम या दिल्ली के लिए नहीं चल पाएंगी। सिर्फ दिल्ली के अंदर ही चालू रहेगी । दिल्ली बॉर्डर सील होने से पहले दिन ही आज एनसीआर के लोगों को दिल्ली आने-जाने परेशानियों का सामना करना पड़ा इसके साथ ही लंबा जाम भी देखा गया । दिल्ली में गुरुग्राम-फरीदाबाद से कामकाज से आने वालों की संख्या काफी ज्यादा है । अब जब अधिकतर दफ्तर, बाजार और प्राइवेट ऑफिस खुल रहे हैं, तो ऐसे में अरविंद केजरीवाल का दिल्ली बॉर्डर को सील करना उचित है ऐसा नहीं कहा जा सकता है ।
हरियाणा सरकार ने भी पहले अपने राज्य का बॉर्डर सील कर दिया था
दिल्ली में जब कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे थे तब हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी अपने राज्य की चारों ओर से सीमा सील कर दी थी उस पर भी राजनीति बहुत जबरदस्त हुई थी । यही नहीं खट्टर ने दिल्ली की ओर से लोग न पाएं उसके लिए अपने राज्य के बॉर्डर पर सड़कें भी खुदवा दी थी । लेकिन अभी मनोहर लाल खट्टर ने अनलॉक एक के तहत हरियाणा सरकार ने दिल्ली से सटे बॉर्डर खोलने का फैसला लिया था। जिसके तहत गुरुग्राम, फरीदाबाद से लोग निजी वाहन और सार्वजनिक वाहन से दिल्ली आ सकते थे । अब दिल्ली सरकार ने बॉर्डर सील किया है, यानी अब हरियाणा की ओर से सार्वजनिक वाहन दिल्ली नहीं आ पाएंगे । और निजी वाहनों वालों को पास रखने की जरूरत होगी। यहां हम आपको बता दें कि दिल्ली सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार के बीच भी अभी कुछ दिनों पहले भी बॉर्डर को लेकर काफी राजनीति गरमा गई थी ।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार