नयी दिल्ली । घरेलू मैदान पर पहला ही मुकाबला हार बैठी दिल्ली कैपिटल्स शनिवार को पिछले दोनों मुकाबले जीत चुकी कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ आईपीएल मुकाबले में अपनी पिछली गलतियां सुधारते हुये वापसी करने के इरादे से उतरेगी जबकि मेहमान टीम की निगाहें हैट्रिक पर लगी हैं।
दिल्ली ने आईपीएल में बढ़िया शुरूआत करते हुये तीन बार की चैंपियन मुंबई को 37 रन से हराया था। लेकिन आत्मविश्वास से शुरूआत करने वाली टीम घरेलू मैदान पर पहले मुकाबले में गत चैंपियन चेन्नई सुपरकिंग्स से छह विकेट से हारकर पटरी से उतर गयी। अपने मैदान पर हालांकि दूसरे मैच में अब उसके पास पिछली गलतियों को सुधारते हुये वापसी का सुनहरा मौका है।
हालांकि कोलकाता बेहतरीन फार्म में चल रही है और दिनेश कार्तिक की कप्तानी वाली टीम पिछले दोनों मैच जीतने के बाद लय में है। केकेआर ने पहला मैच सनराइजर्स हैदराबाद से छह विकेट से और दूसरा मैच किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ 28 रन से जीता था। लेकिन ये दोनों ही मैच उसने अपने घरेलू ईडन गार्डन मैदान पर जीते हैं और उस पर भी विपक्षी टीम के मैदान पर जीत दर्ज करने का दबाव रहेगा।
दिल्ली की बात करें तो चेन्नई के खिलाफ टीम का बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में प्रदर्शन निराशाजनक रहा था। बल्लेबाज़ों में शिखर धवन के 51 रन के अलावा कोई अन्य बल्लेबाज़ खास नहीं चला तो गेंदबाज भी चेन्नई को रोकने में खास संघर्ष नहीं कर सके। स्पिनर अमित मिश्रा को 35 रन पर दो विकेट मिले जबकि कप्तान श्रेयस अय्यर ने छह गेंदबाजों को उतारा।
लगातार तीसरा मैच जीतने के लिये उतर रही केकेआर के खिलाफ दिल्ली को हरफनमौला खेल दिखाना होगा। खासकर बल्लेबाजी में पृथ्वी शॉ, धवन, अय्यर, विकेटकीपर बल्लेबाज़ रिषभ पंत से और बेहतर खेल की उम्मीद रहेगी। पंत ने पहले मैच में मुंबई के गेंदबाज़ों की काफी धुनाई की थी और घरेलू प्रशंसक उनसे इसी रोमांच की अपेक्षा करेंगे।
दूसरी ओर केकेआर आत्मविश्वास से लबरेज़ है लेकिन उसे भी अपने मैदान और घरेलू परिस्थितियों से बाहर निकलकर जीतने के लिये लयबद्ध प्रदर्शन करना होगा। पंजाब के खिलाफ पिछले मैच में रॉबिन उथप्पा नाबाद 67 और नीतीश राणा के 63 रन की मध्यक्रम में अर्धशतकीय पारियों के अलावा आंद्रे रसेल की 17 गेंदों में तीन चौकों और पांच छक्कों से सजी 48 रन की धुआधार पारी काफी प्रभावशाली रही थी।
टीम के पास सुनील नारायण जैसा अबूझ स्पिनर है जो बल्लेबाजी में कमाल कर रहा है और अब ओपनिंग में उतर रहे हैं। इसके अलावा क्रिस लिन और खुद कप्तान कार्तिक के रूप में टीम का बल्लेबाजी क्रम काफी मजबूत है जबकि गेंदबाजों में रसेल के अलावा भारतीय टीम के चाइनामैन गेंदबाज़ कुलदीप यादव टीम के अहम गेंदबाज़ है। हालांकि पंजाब के खिलाफ प्रसिद्ध कृष्णा और लॉकी फग्यूर्सन 42-42 रन लुटाकर महंगे साबित हुये थे और उन्हें इकोनोमी रेट पर ध्यान देना होगा।