विशाखापत्तनम । इंडियन प्रीमियर लीग टूर्नामेंट के इतिहास में अपने पहले खिताब की तलाश में जुटी दिल्ली कैपिटल्स बुधवार को भाग्य से प्लेऑफ में पहुंची सनराइजर्स हैदराबाद को उसी के घर में बाहर करने के लिये जोर लगायेगी।
दिल्ली आईपीएल के 12वें संस्करण में अपना चेहरा बदलकर उतरी और उसे इसका फायदा भी मिला। वर्ष 2013 के बाद से लगातार अंकतालिका में आखिरी स्थानों पर रही दिल्ली ने इस बार लीग चरण में कमाल का प्रदर्शन किया और 14 मैचों में 9 में विजयी रहकर तीसरे नंबर पर रही। हालांकि वह एक समय शीर्ष पर भी पहुंची लेकिन इस स्थान पर बरकरार नहीं रह सकीं।
दूसरी ओर हैदराबाद आखिरी मैच हारने के बाद बाल बाल बची और मुंबई इंडियन्स की कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ 9 विकेट की शानदार जीत ने उसे चौथे स्थान पर रहते हुये प्लेऑफ में पहुंचा दिया। वैसे हैदराबाद लीग चरण के 14 मैचों में केवल 6 ही जीत सकी जबकि कोलकाता और पंजाब इतने ही मैच जीतने के बावजूद बाहर हो गयीं।
कप्तान केन विलियम्सन की टीम भाग्यशाली रही कि उसे आखिरी मुकाबलों में खराब प्रदर्शन के बावजूद प्लेऑफ में जगह मिली है और अब एलिमिनेटर में खुद को साबित कर इस हाथ आये मौके को भुनाने का उनके पास आखिरी मौका है।
हैदराबाद को अपने आखिरी मैच में तालिका की आखिरी टीम और प्लेऑफ की होड़ से सबसे पहले बाहर हो चुकी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू के हाथों चार विकेट से निराशाजनक हार झेलनी पड़ी थी। वहीं दिल्ली ने अपना आखिरी मैच राजस्थान रायल्स को अपने कोटला मैदान पर पांच विकेट से हराकर जीता।
दिल्ली की कोशिश रहेगी कि वह इस करो या मरो के मुकाबले में पूरा जोर लगाये और अपने पहले खिताब की उम्मीदें बरकरार रखे। दिल्ली बल्लेबाजी और गेंदबाजी में संतुलित टीम है और उसे एक बार फिर अपने स्टार स्कोररों शिखर धवन, कप्तान श्रेयस अय्यर और विकेटकीपर रिषभ पंत से काफी उम्मीदें होंगी जिन्होंने लीग मैचों में 400 से अधिक रन बनाये हैं।
पिछले मैच में पंत नाबाद 53 रन की पारी के साथ शीर्ष स्कोरर रहे थे जबकि गेंदबाजों में स्पिनर अमित मिश्रा ने किफायती गेंदबाजी के साथ तीन विकेट निकाल विपक्षी राजस्थान को मात्र 115 रन पर रोकने में मदद की थी। मिश्रा ने 9 मैचों में 9 विकेट निकाले हैं। सबसे सफल गेंदबाज़ कैगिसो रबादा के बाहर होने के बाद मिश्रा, अक्षर पटेल और इशांत शर्मा टीम के सबसे सफल गेंदबाज़ हैं।
दूसरी ओर हैदराबाद अपने शीर्ष स्कोरर डेविड वार्नर की कमी से जूझ रही है। पिछले मैच में कप्तान विलियम्सन ने मध्यक्रम में नाबाद 70 रन की उपयोगी पारी खेली लेकिन बाकी बल्लेबाजों ने निराश किया। रिद्धिमान साहा, मार्टिन गुप्तिल, मनीष पांडे और भारतीय विश्वकप टीम के खिलाड़ी ऑलराउंडर विजय शंकर को महत्वपूर्ण मुकाबले में और बेहतर खेल दिखाना होगा।
टीम का गेंदबाजी क्रम हालांकि बाकी टीमों से ज्यादा बेहतर है, भुवनेश्वर कुमार, खलील अहमद टीम के सबसे सफल गेंदबाजों में है। इसके अलावा राशिद खान अब तक 14 मैचों में 15 विकेट लेकर टीम के दूसरे सबसे उपयोगी गेंदबाज़ हैं लेकिन पिछले मैच की गलतियों से खिलाड़ियों को सबक लेना होगा।