नई दिल्ली। दिल्ली में हिंसा तो थम गई है, लेकिन कांग्रेस और भाजपा की अभी भी जारी है। दिल्ली में लगातार तीन दिनों तक जलती रही हिंसा और आगजनी पर कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी को घेरने का पूरा प्रयास कर रही है। वहीं कांग्रेस के पलटवार पर भाजपा भी पीछे नहीं है। दिल्ली में हुई हिंसा पर कांग्रेस की अंतिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राजधर्म का पालन करने का पाठ पढ़ाया था।
उसी के जवाब में शुक्रवार को केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पर पलटवार कर हमला बोला है, रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि कांग्रेस हमें न सिखाएं राजधर्म का पालन करना। केंद्रीय मंत्री यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि कांग्रेस पहले खुद को अपने आईने में देखे हैं, फिर केंद्र सरकार पर आरोप लगाए तो बेहतर रहेगा। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी राजधर्म के नाम पर लोगों को भड़काने का काम न करे। भारतीय जनता पार्टी के नेता ने आरोप लगाया कि सोनिया गांधी ने रामलीला मैदान में भड़काऊ बयान दिए थे।
कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस नेताओं पर लगाए कई आरोप
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने गुरुवार को कांग्रेस पार्टी राष्ट्रपति के पास गई और राजधर्म की बात की। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश से आए अल्पसंख्यकों को लेकर पार्टी का एक स्टैंड रहा है। अशोक गहलोत, शिवराज पाटिल ने भी तब इसकी मांग की थी, आपने इस राजधर्म के मसले को उठाया, अब हम इसे पूरा कर रहे हैं।
रविशंकर प्रसाद ने सोनिया गांधी के बयान का हवाला देते हुए कहा कि रामलीला मैदान में आपने उकसाने वाली भाषा का प्रयोग किया। आपकी ही सरकार ने 2010 में एनपीआर का नोटिफिकेशन जारी किया, अगर आप करें तो ठीक लेकिन हम करें तो आप लोगों को भड़काना शुरू कर देते हैं।
शाहीन बाग के मामले में कांग्रेस क्यों चुप रही
शाहीन बाग में जारी विरोध प्रदर्शन पर केंद्रीय मंत्री बोले कि वहां पर प्रधानमंत्री के खिलाफ बोलने के लिए बच्चों को भड़काया जा रहा है, लेकिन सोनिया गांधी उसपर चुप रहती हैं। ऐसे में कांग्रेस पार्टी हमें राजधर्म ना सिखाए, कांग्रेस का इतिहास वोटबैंक की राजनीति के आसपास ही घूमता है। भारतीय जनता पार्टी के नेताओं द्वारा दिए गए भड़काऊ बयानों पर रविशंकर प्रसाद ने जवाब दिया कि बीजेपी इसका खंडन करती है।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री ने पहले ही कह दिया है कि हम ऐसी भाषाओं का समर्थन नहीं करते हैं। ये वक्त शांति का हाथ बढ़ाने का है, नफरत फैलाने का नहीं है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने दिल्ली में जारी हिंसा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी हमला बोला। सिब्बल ने कहा कि पीएम 3 दिनों बाद क्यों जागे।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार