नई दिल्ली। कांग्रेस ने कहा है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में हार से पार्टी निराश नहीं बल्कि इससे सीख लेगी तथा ज्यादा मेहनत कर दो साल बाद होने वाले नगर निगम चुनाव में वापसी करेगी और दिल्ली में फिर मजबूती के साथ खड़े होंगे।
दिल्ली कांग्रेस के प्रभारी पी सी चाको, प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा, प्रचार समिति के अध्यक्ष कीर्ति आजाद तथा संचार विभाग के प्रमुख रणदीपसिंह सुरजेवाला ने मंगलवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस हार से पार्टी नेता तथा कार्यकर्ता हताश नहीं हैं। पार्टी नेताओं तथा कार्यकर्ताओं ने चुनाव के दौरान पूरा परिश्रम किया है लेकिन शायद लोगों तक अपनी बात पहुंचाने में असफल रहे इसलिए चुनाव नतीजे अनुकूल नहीं रहे।
चाको ने कहा कि पार्टी को मिली हार से सीख लेंगे और पार्टी को मजबूत करेंगे लेकिन इस चुनाव में दिल्ली की जनता ने ध्रुवीकरण की राजनीति करने तथा करंट लगाओ और गोली मारने की बात करने वाली भारतीय जनता पार्टी को जिस तरह से खारिज किया है और विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा गृहमंत्री अमित शाह को करारी शिकस्त दी है वह उसका स्वागत करते हैं।
चोपड़ा ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने 192 करोड़ रुपए विज्ञापन पर खर्च किया है और दिल्ली की जनता को बताया कि उसने क्या काम किया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने काम तो जमीन पर कुछ नहीं किया लेकिन विज्ञापन देकर लोगों के बीच काम करने के सिर्फ खोखले दावे किए हैं जिन पर दिल्ली की जनता ने यकीन किया और उन्हें फिर से सत्ता सौंप दी है लेकिन असलियत यह है कि पिछले तीन माह के दौरान प्रदेश अध्यक्ष के रूप में उन्होंने दिल्ली की दुर्दशा को बहुत करीबी से देखा है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मोदी, शाह और केजरीवाल दिल्ली की सुरक्षा की बात करते हैं लेकिन असलित यह है कि दिल्ली के बच्चे अपने शैक्षणिक संस्थाओं के परिसरों में सुरक्षित नहीं हैं। दिल्ली को सुरक्षा देने की बात करने वाले देश के प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और दिल्ली के मुख्यमंत्री उस समय कहां थे। उन्होंने कहा कि पार्टी अध्यक्ष के रूप में उन्होंने पूरी मेहनत की है और इस दौरान उन्हें सबका सहयोग मिला है लेकिन चुनाव में पार्टी की हार हुई है और वह उसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हैं।
चोपड़ा ने कहा कि उनके काम में जरूर कोई कमी रही होगी जिसके कारण परिणाम विपरीत रहे हों लेकिन कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उनके साथ पूरी मेहनत की है इसलिए किसी का उत्साह इस हार से कम नहीं हुआ है। दो साल बाद दिल्ली में नगर निगम के चुनाव हैं और पार्टी वहां अपनी इस ऊर्जा का इस्तेमाल करेगी। दिल्ली के लोग जानते हैं कि कांग्रेस के शासन में दिल्ली का विकास हुआ था और इस विकास प्रक्रिया को बहुत आगे ले जाने का तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का सपना था जिसे पार्टी पूरा करेगी।
सुरजेवाला ने कांग्रेस पार्टी तथा दिल्ली कांग्रेस की तरफ से दूसरी बार दिल्ली में सरकार बनाने का जनादेश हासिल करने के लिए आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाला को बधाई दी और कहा कि कांग्रेस दिल्ली में सरकारात्मक सहयोग और आलाेचनात्मक भूमिका में रहेगी।