अलवर। दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की पांच सदस्य कमेटी ने आज मूक बधिर बालिका के साथ हुई हैवानियत के मामले में अलवर पहुंचकर पुलिस अधीक्षक से मिलने के बाद पीड़िता के गांव पहुंची और घटनाक्रम की जानकारी ली।
टीम द्वारा वार्ता के दौरान पुलिस अधीक्षक ने यह बात कही की उनके ऊपर किसी भी तरह का प्रेशर नहीं है। अगर मैं बच्ची के साथ न्याय नहीं कर सकती और राजनीति प्रेशर आया तो मैं नौकरी रिजाइन करना पसंद करूंगी। कमेटी ने बताया कि पुलिस अधीक्षक ने कहा कि मैंने यह नहीं कहा कि दुष्कर्म नहीं हुआ लेकिन अपराध हुआ है जिसकी जांच की जा रही है।
कमेटी के एक सदस्य ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि जब तक उस लड़की का नाम दलित के रूप में आ रहा था तो प्रशासन गंभीरता से कार्रवाई कर रहे थे और जब यह पता चला कि लड़की सिख है तो डॉक्टरों एवं पुलिस ने अपना बयान बदल दिया। कमेटी ने कहा कि अगर बच्ची को न्याय नहीं मिला तो दिल्ली में मजबूर होकर कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी राहुल गांधी और प्रियंका का घेराव किया जाएगा।
अलवर मालाखेड़ा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान एडवोकेट तारा सिंह ने बताया कि वह भी उस कमेटी के साथ मौजूद थे तो यह बात सामने आई कि 15 मिनट के अंतराल में जो उसके साथ घटना घटित हुई है।
ऐसा हो सकता है कि उसके साथ हैवानियत कर रेलवे ट्रैक पर डालना चाहते हैं क्योंकि उस पुल के नीचे से रेलवे ट्रैक निकल रहा है लेकिन कोई आ गया उसी से वह भाग गया हो, उसकी हत्या करना चाहता हो। उन्होंने कहा है कि जिसने भी इस वाक्य को देखना है वह पुलिस के सामने आए और जिससे बालिका को न्याय मिल सके और आरोपी पकड़े जा सके।
उन्होंने बताया कि पुलिस अधीक्षक ने माना कि ना ऑफेंस तय कर पाए हैं ना ऑफेंस प्लेस का पता है ना आरोपी का। इस मामले की तफ्तीश की जा रही है, घटना कहां हुई यह अभी तय नहीं हो पाया। इस मामले में अभी पुलिस के हाथ में कुछ भी नहीं है। अभी और रिपोर्ट आना बाकी है उसी आधार पर परिणाम कुछ सामने आ सकेंगे।
एडवोकेट तारा सिंह ने बताया कि इस कमेटी में गुरु दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य सरदार आत्मा सिंह, सदस्य भूपेंद्र सिंह गिन्नी सहित पांच सदस्य हैं। उन्होंने बताया कि 18 जनवरी को सुबह 11 बजे मालाखेड़ा गेट बाहर गुरुद्वारे में एक मीटिंग का आयोजन किया गया है जिसमें अलवर जिले के सभी गुरुद्वारों के प्रधान और सचिव एवं अन्य प्रतिनिधि भाग लेंगे।
इधर पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने बताया कि आज इस संबंध में सिख समाज के कमेटी मिली थी अब तक जो अपडेट थी उनको बताया गया है। उनके जो डाउट से उनके बारे में जांच की जा रही है। इस मामले की तफ्तीश जारी है। हर एंगल से जांच की जा रही है।
घटना की वास्तविकता सामने आए इसलिए निष्पक्ष जांच की जा रही है। उन्होंने इस बात से इनकार किया कि हमारे ऊपर दबाव नहीं हैं। हम वैज्ञानिक तरीके से जांच मेडिकल एविडेंस के आधार पर इसकी जांच कर रहे हैं और इस मामले में जो भी एविडेंस हैं उनको लॉजिकली मैच कर रहे हैं।