नई दिल्ली। दिल्ली महिला आयोग ने दिल्ली पुलिस की मदद से यहां पहाड़गंज के एक होटल पर छापा मारकर 39 नेपाली लड़कियों को छुड़ाया।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल मंगलवार देर रात 1.30 बजे मौके पर पहुंचीं। होटल में रेड पूरी रात चली। होटल में केवल तस्करी करके लाई गई लड़कियां थीं जिनको खाड़ी देश भेजा जा रहा था।
मालिवाल ने कहा कि वहां से छुड़ाई गई लड़कियों की उम्र 18 से 30 साल की है और उनको नेपाल के भूकंप प्रभावित क्षेत्रों से नौकरी दिलाने के नाम पर तस्करी करके लाया गया था।
लड़कियों को खाड़ी देश और श्रीलंका भेजा जा रहा था। पूनम (नाम बदला हुआ) ने आयोग की अध्यक्ष को बताया कि तस्करों ने उसकी बहन को पहले ही श्रीलंका भेज दिया था और तब से उसकी अपनी बहन से कोई बात नहीं हो पाई है।
उसने बताया कि वह तस्करों से अपना पासपोर्ट देने और उसको नेपाल लौटने की प्रार्थना कर रही है, मगर वह उसको नहीं जाने दे रहा। ज्यादातर लड़कियों ने अपनी ऐसी ही कहानी सुनाई।
यह पिछले एक सप्ताह में दिल्ली महिला आयोग द्वारा किया गया तीसरा बचाव अभियान था और अब तक तीन अलग- अलग जगहों मुनिरका, मैदानगढ़ी और पहाड़गंज से 73 नेपाली लड़कियों को छुड़ाया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि नेपाल की गरीब लड़कियों का शोषण किया जा रहा है। दिल्ली अब धीरे धीरे ‘ट्रैफिकिंग कैपिटल’ बनती जा रही है। उन्होंने कहा कि वह नेपाल सरकार और नेपाल में काम कर रहे गैर सरकारी संगठनों से अपील करती हैं कि इनको नौकरी दिलाई जाए ताकि ये लोग फिर से इन तस्करी के चंगुल में न फंसें।