नयी दिल्ली. दिल्ली पुलिस ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्रों के संसद की ओर मार्च के दौरान हुए लाठीचार्ज में एक महिला पत्रकार के साथ पुलिस द्वारा धक्का-मुक्की करने और उसका कैमरा छीनने की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए इस पर माफी मांगी है।
दिल्ली पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी तथा नयी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त मधुर वर्मा ने आज यहां कहा कि कल की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। पत्रकारों के साथ हुई इस घटना के प्रति हम खेद व्यक्त करते हैं।
श्री वर्मा ने कहा कि पत्रकारों के काम में बाधा डालना हमारी मंशा नहीं थी। कुछ महिला पुलिसकर्मियों के महिला पत्रकार को भ्रमवश आंदोलनकारी समझने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई। उन्होंने यह साफ किया कि वह इस तरह की बात मामले से बचने के लिए बिल्कुल नहीं कर रहे हैं। इस मामले में कड़ा संज्ञान लेकर जांच के आदेश दिये गए हैं।
उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस तथा वह स्वयं हमेशा इस बात को स्वीकार करते हैं कि मीडिया हमारे लोकतंत्र का अभिन्न हिस्सा है। हमेशा हमारी यही कोशिश रहती है कि पुलिस की ओर से पत्रकारों के काम में किसी भी प्रकार की बाधा उत्पन्न नहीं हो।
जनसंपर्क अधिकारी ने पुलिस मुख्यालय पर आज दिन में पत्रकारों के तीन बजे प्रस्तावित प्रदर्शन को वापस लेने का आग्रह किया है।