नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने जवाहरलाल नेहरू (जेएनयू) हिंसा मामले में आरोपी अक्षत अवस्थी, रोहित शाह और चुनचुन को बयान दर्ज करने के लिए समन जारी किया है। एसआईटी ने अक्षत और रोहित को पहले भी दो बार तलब किया है लेकिन वह जांच टीम के सामने पेश नहीं हुए हैं। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि दोनों फरार चल रहे है और पुलिस उनकी तलाश कर रही है। इन्होंने एक समाचार चैनल द्वारा किये गये स्टिंग आपरेशन में हिंसा करने की बात कबूल की थी और खुद को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के सदस्य होने की बात कही थी।
जेएनयू में पांच जनवरी को नकाबपोश हमले के आरोपी के रूप में कोमल शर्मा की भी पहचान हुई जो दिल्ली विश्वविद्यालय के दौलतराम कालेज की छात्रा है। कोमल शर्मा ने हालांकि सोशल मीडिया पर वायरल होने वाली नकाबपोश वाली लड़की होने से इंकार किया है और वह कल राष्ट्रीय महिला आयोग पहुंची थी। उसने आयोग से कहा कि उसे बदनाम करने की कोशिश की जा रही है और उसका जेएनयू हिंसा से कोई लेना देना नहीं है।
दिल्ली पुलिस ‘यूनिटी अगेंस्ट लेफ्ट’ नाम के वॉट्सऐप ग्रुप में पहचान किये गये लोगों को भी पूछताछ के लिए जल्द नोटिस भेजेगी। यह ग्रुप हिंसा वाले दिन पांच जनवरी को ही बनाया गया था।
उल्लेखनीय है कि जेएनयू हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस की ओर से जिन नौ लोगों की शुरुआती जांच में पहचान की गयी थी उनमें से छात्रसंघ की अध्यक्ष आईसी घोष समेत आठ लोगों से एक बार पूछताछ हो चुकी है।
गौरतलब है कि पांच जनवरी की शाम नकाबपोश हमलावरों ने कैम्पस में घुसकर साबरमती हॉस्टल में तोड़फोड़ की तथा विद्यार्थियों के साथ मारपीट की जिसमें छात्रसंघ की अध्यक्ष आईसी घोष और भूगोल की जानीमानी प्रोफेसर सुचित्रा सेन समेत 34 लोग घायल हो गये थे।