सोनीपत। गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड के दौरान दिल्ली में गिरफ्तार करके जेल भेजे गए 25 किसानों और युवकों को जमानत मिल गई है। संयुक्त किसान मोर्चा ने लापता 12 किसानों की तलाश के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र भेजा है।
संयुक्त किसान मोर्चा की कुंडली बॉर्डर पर आज शाम को आयोजित बैठक के बाद मीडिया को जानकारी साझा करते हुए बताया कि अभी तक 25 की जमानत होने पर जेल से बाहर आ चुके हैं। मोर्चा की लीगल कमेटी ने अगले दस दिन में सभी की जमानत कराने का दावा किया है, जिससे वह दोबारा आंदोलन में शामिल हो सके।
वहीं दिल्ली में बवाल के बाद से लापता 12 किसानों की तलाश के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और दिल्ली पुलिस के आयुक्त को पत्र लिखा गया है। इसके बाद भी कोई जानकारी नहीं मिलने पर उच्च न्यायालय में जाने की बात कही गई है।
संयुक्त किसान मोर्चा की लीगल कमेटी के संयोजक प्रेम सिंह भंगू ने कहा कि 12 किसान अब भी लापता हैं, जिनमें सात हरियाणा, चार पंजाब और एक राजस्थान का शामिल है। उनकी तलाश कर रहे है, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चल रहा है। इसके लिए जिम्मेदारों को पत्र लिखा गया है, जिससे उनका पता लग सके।
उन्होंने कहा कि पुलिस लगातार किसानों का उत्पीडऩ कर रही है और जिन पर मुकदमा दर्ज नहीं है। उनको नोटिस भेज कर बुलाया जा रहा है और उनको गिरफ्तार कर लिया जाता है। उन्होंने कहा कि किसी को नोटिस नहीं लेने है और पुलिस के सामने पेश भी नहीं होना है। अगर उसके बाद भी कोई बात है तो लीगल कमेटी को बताया जाए, जिससे उनकी पूरी मदद की जाए।
संयुक्त किसान मोर्चा के दर्शनपाल ने कहा कि किसान 23 फरवरी को पगड़ी संभाल दिवस मनाएंगे। शहीद भगत सिंह के चाचा और पगड़ी संभाल आंदोलन के संस्थापक अजीत सिंह की याद में किसानों के आत्मसम्मान में यह दिवस मनाया जाएगा। दिल्ली का रास्ता बंद करने पर किसानों ने विरोध जताया।
कुंडली के रसोई ढ़ाबे के पास से दिल्ली के रास्ते को पुलिस ने बंद करा दिया है। उस रास्ते से पंजाब के किसान दिल्ली में सिंघु बॉर्डर पर चल रहे दूसरे धरने पर नरेला होते हुए पहुंचते थे। लेकिन पुलिस ने यह कहते हुए उस रास्ते को बंद कर दिया कि उस रास्ते पर दुर्घटनाओं को रोका जा सके तो आपराधिक घटनाएं भी होने से रोकी जा सके। उस रास्ते को बंद करने पर किसानों ने विरोध जताया है।