नई दिल्ली। कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्रों पर दिल्ली पुलिस के लाठीचार्ज का मुद्दा उठाते हुये इसकी उच्च स्तरीय जाँच कराने तथा संस्थान की फीस वृद्धि वापस लेने की माँग की।
कांग्रेस के टी.एन. प्रतापन ने मंगलवार को शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाते हुये कहा कि जेएनयू की फीस बढ़ाने का फैसला वापस लिया जाना चाहिये। उन्होंने कहा “सरकार सभी उच्च शिक्षण संस्थानों को बर्बाद कर रही है। मैं शुल्क वृद्धि वापस लेने की माँग करता हूँ। कल छात्रों पर पुलिस के अत्याचार की उच्च स्तरीय जाँच की जानी चाहिये।”
बसपा के दानिश अली ने भी माँग की कि जेएनयू के छात्रों पर सोमवार को हुए लाठीचार्ज की उच्च स्तरीय जाँच होनी चाहिये। इस पर सत्ता पक्ष के सदस्य खड़े होकर उनका विरोध करने लगे। उन्होंने किसी और विषय पर बोलने की अनुमति माँगी थी, इसलिए अध्यक्ष ने उन्हें आगे बोलने का मौका नहीं दिया।
तृणमूल कांग्रेस के सौगत राय ने जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्रों पर हुई पुलिस कार्रवाई की निंदा करते हुए इसे दुखद करार दिया है। उन्होंने कहा कि जेएनयू में गरीब घरों के बच्चे पढने आते हैं लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन ने ट्यूशन और हॉस्टल फीस बढा दी है। इससे गरीब बच्चों को उच्च शिक्षा में जाने में रूकावट आयेगी।
राय ने कहा कि छात्रों ने कल शांतिपूर्वक जुलूस निकाला लेकिन पुलिस की ओर से छात्रों पर लाठी चार्ज किया गया जो बहुत दुखद है।