जयपुर । भारतीय अतिपिछड़ा महासंघ ने समाज के कमजाेर तबके के उत्थान के लिए नाैकरियों और अन्य सरकारी सुविधाओं में बिहार की तर्ज पर राजस्थान में भी कर्पूरी ठाकुर लागूू करने की मांग की है।
महासंघ के राष्ट्रीय संयोजक राकेश चन्द्रवंशी ने आज यहां पत्रकारों को बताया कि आजादी के 72 वर्षो और मंडल आयोग के लागू होने के 25 वर्षो के बाद भी अत्यन्त पिछड़े वर्गो की सामाजिक, शैक्षणिक ,आर्थिक और राजनीतिक स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है।
उन्होंने कहा कि राजस्थान में अल्पसंख्यकों सहित अतिपिछड़े वर्गो की आबादी कुल आबादी का 35 प्रतिशत है लेकिन इसके बावजूद पंचायत स्तर लेकर संसद तक इनका प्रतिनिधित्व नगण्य है। उन्होंने कहा कि इसी तरह विधायिका, न्यायपालिका,के साथ स्वराेजगार ,बोर्ड,निगम,निकाय,सहकारी संस्थाएं सहित लगभग हर जगह अतिपिछड़ा वर्ग को नजर अंदाज किया गया।
चन्द्रवंशी ने मांग की कि राज्य में अत्यन्त पिछड़ा वर्ग आयोग और राज्य अत्यन्त पिछड़ा वर्ग वित्त एवं विकास निगम का गठन किया जाये इसके अलावा राज्य के त्रिस्तरीय पंचायत एवं निकायों के चुनाव में सभी पदों पर आरक्षण और सरकारी एवं निजी क्षेत्र में नौकरियों के लिए कर्पूरी फार्मुले के आधार पर आरक्षण दिया जाये। उन्होंने कहा कि राज्य में आरक्षण में कर्पूरी फार्मुला लागू करवाने के लिए ग्यारह सदस्यीय समिति का गठन किया गया है और शीघ्र जयपुर में बड़ी रैली आहुत की जायेगी।