अजमेर। राजस्थान में आगामी दीपोत्सव के मद्देनजर पटाखों की बिक्री को लेकर चल रही असमंजसपूर्ण स्थिति पर राजस्थान फायर वर्क्स डीलर एंड मेन्यूफेक्चर्स एसोसिएशन ने एतराज जताते हुए सरकार से अस्थाई दुकानों के लिए आवेदकों को शीघ्र लाइसेंस जारी किए जाने की मांग की है।
एसोसिएशन के अजमेर स्थित प्रतिनिधि दीपक हासानी ने बताया कि पटाखा बनाने वाले निर्माताओं ने बड़ी संख्या में सरकार की गाइडलाइन के अनुसार पटाखे तैयार किए हैं लेकिन अभी तक अस्थाई लाइसेंस के लिए लंबित आवेदनों पर सरकार ने कोई निर्णय नहीं लिया है।
उन्होंने बताया कि मोटे अनुमान के अनुसार प्रदेशभर में करीब पच्चीस हजार से ज्यादा आवेदन लंबित है और सरकार ने पटाखों की बिक्री पर भी अभी तक रोक नहीं लगाई है।
उन्होंने कहा कि सरकार इस बार कोरोना महामारी को देखते हुए तथा सांस की परेशानी वाले मरीजों के मद्देनजर पटाखे न जलाए जाने की अपील कर रही है लेकिन अब जब केवल दीपावली में बीस दिन बचे हैं और सरकार ने आधिकारिक तौर पर कोई रोक भी नहीं लगाई है तो फिर जिला प्रशासन को अस्थायी आवेदकों को राहत देते हुए लाइसेंस जारी करने चाहिए।
हासानी ने कहा कि सरकार की मंशा के अनुरूप इस बार हरित पटाखों में सोडियम डाला गया है जिसके चलते धुएं की मात्रा आधी रह जाएगी और प्रदूषण की मात्रा भी काफी कम होगी।
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन और अब अनलॉक के दौरान भी पहले ही आर्थिक मंदी का दौर चल रहा है और ऐसे में यदि दीपावली के मौके पर पटाखों की बिक्री नहीं होती है तो जहां आम नागरिक, बच्चे मायूस एवं हतोत्साहित होंगे और व्यवसायियों को करोड़ों का नुकसान भी होगा।