नयी दिल्ली । देश में मॉब लिंचिंग- “भीड़ द्वारा पीट पीट कर मारने” की बढ़ती घटनाओं पर आज राज्यसभा में गहरी चिंता व्यक्त करते हुए इन्हें रोकने के लिए एक सख्त कानून बनाने की मांग की गयी।
तृणमूल कांग्रेस की शांता छेत्री ने सदन में शून्यकाल के दौरान अलवर में एक व्यक्ति की पीट पीटकर हत्या करने का मामला उठाया और कहा कि इसे एक सख्त कानून के जरिए रोका जा सकता था। उन्हाेंने कहा कि देश भर में भीड़ द्वारा पीट पीट कर हत्या करने के मामले सामने आ रहे हैं और इन्हें रोकने के लिए गंभीरता से सोचा जाना चाहिए।
उन्हाेंने कहा कि सरकार को इस संबंध में एक कानून बनाना चाहिए जिससे ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। भारतीय जनता पार्टी के सत्यनारायण जटिया ने देश में खाद्यान्न की बरबादी का मामला उठाया और कहा कि इसे रोकने के पुख्ता व्यवस्था की जानी चाहिए।
उन्होेंने कहा कि कई स्थानों पर खाद्यान्न का उचित रख रखाव नहीं हो रहा है जिससे अन्न खराब हो जाता है और किसानोंं की मेहनत भी बेकार हो जाती है। उन्होंने कहा कि फसल अाने के बाद फल सब्जी को बाजार में लाने में देरी हो जाती है जिससे वे उपयाेग करने के योग्य नहीं रह जाते हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार को ऐसी प्रणाली विकसित करने पर जोर देना चाहिए जिससे खाद्यान्न को लंबे समय तक रखा जा सके। इससे किसानों को उनकी उपज के उचित दाम मिलेंगे और उपभोक्तआें को गुणवत्तापूर्ण वस्तुएं प्राप्त हो सकेंगी।