नई दिल्ली। राज्यसभा में मंगलवार को सदस्यों ने शहीद भगत सिंह और जलियांवाला बाग नरसंहार का बदला लेने वाले सरदार उधम सिंह को भारत रत्न से सम्मानित करने की मांग की।
कांग्रेस के प्रताप सिंह बाजवा ने जलियांवाला बाग राष्ट्रीय स्मारक (संशोधन) विधेयक 2019 पर चर्चा के दौरान भगत सिंह को भारत रत्न से सम्मानित करने की मांग की। उनका समर्थन शिरोमणि अकाली दल के बलविन्दर सिंह भून्दर ने भी किया और कहा कि सरदार उधम सिंह को भी भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिये।
बाजवा ने कहा कि जलियांवाला स्मारक न्यास से कांगेस अध्यक्ष को नहीं हटाया जाना चाहिये और स्थानीय विधायक को भी इसका सदस्य बनाया जाना चाहिये। उन्होंने कहा कि जलियांवाला बाग का इतिहास कांग्रेस से जुड़ा है। वर्ष 1919 में अप्रैल महीने में बैसाखी के दिन ब्रिटिश शासन के दौरान जलियांवाला बाग में जनरल डायर के आदेश पर सैंकडों निहत्थे लोगों को गोलियों से भून दिया गया था।
बाजवा ने कहा कि अंग्रेजों ने 380 लोगों के मारे जाने की बात स्वीकार की थी लेकिन तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष मोतीलाल नेहरु ने जो जांच करायी उसमें 1500 लागों के मारे जाने की बात सामने आई।
भारतीय जनता पार्टी के श्वेत मलिक ने कहा कि जलियांवाला बाग न्यास होने के बावजूद यह शहीद स्थल पूरी तरह से उपेक्षित था। अब यहां लाइट एंड साउंड सिस्टम, बुलेट मार्क का संरक्षण, डी डीजिटल शो, फाउंटेन, पेयजल और शौचालय की व्यवस्था की जा रही है। यहां एक वातानुकूलित गैलरी और बाग में स्थित कुंआ का संरक्षण किया जा रहा है।
तृणमूल कांग्रेस के सुखेन्दु शेखर राय ने जलियांवाला बाग न्यास में शहीद हुए परिवार के लोगों को भी सदस्य बनाने की मांग की और कहा कि वहां के संग्रहालय की स्थिति में सुधार किया जाना चाहिये। समाजवादी पार्टी के राम गोपाल यादव ने कहा कि जलियांवाला बाग में शहीद हुये लोगों की सूची तैयार की जानी चाहिये और उनके परिवार के बच्चों को मुफ्त शिक्षा दी जानी चाहिये। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और भाजपा को इस मामले को लेकर राजनीति नहीं करनी चाहिये। बीजू जनता दल के प्रसन्ना आचार्य ने न्यास में उधम सिंह के परिवार को सदस्य बनाने की मांग की।