बीकानेर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर उनकी बिना चर्चा करने की नीति के कारण देश के तकलीफ पाने का आरोप लगाते हुए कहा है कि वह पूरे मुल्क में एक पार्टी भारतीय जनता पार्टी-राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का शासन चाहते हैं।
गहलोत ने यह बात एक कार्यक्रम के अवसर पर मीडिया से बातचीत में यह बात कही। उन्होंने कहा कि मोदी की यह बिना इन्वॉल्वमेंट करने की जो नीति है, उसके कारण देश तकलीफ पा रहा है, चाहे नोटबंदी हो, किसान कानून हो, वस्तु सेवा कर (जीएसटी) हो या अभी अग्निपथ योजना हो।
उन्होंने कहा कि पर जो वो चाहते हैं कि देश से विपक्ष समाप्त हो जाए, कांग्रेस मुक्त भारत बनाएंगे, उनकी नीयत देश के सामने आ गई। उन्होंने कहा कि अब रीजनल पार्टियों के पीछे पड़े हुए हैं। वे चाहते हैं कि पूरे मुल्क में एक पार्टी का शासन हो और वो भाजपा-आरएसएस हो, ये जो उनकी खतरनाक मंशा है, मोदीजी की है या भाजपा की है या आरएसएस की है, मुझे कहने की आवश्यकता नहीं है, बहुत ही खतरनाक खेल देश में हो रहा है, पूरा देश चिंतित है और देश के अंदर दम घुटाने वाला माहौल है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोग डर के मारे बोल नहीं रहे हैं, क्योंकि ईडी पहुंच जाती है, इनकम टैक्स पहुंच जाती है, सीबीआई पहुंच जाती है, तो सब लोग डरे हुए हैं, मीडिया भी डरा हुआ है, तमाम माहौल ऐसा बन गया है जहां खुली हवा में सांस लेने का वक्त जो है वो अभी नहीं दिख रहा है, बहुत ही चिंताजनक स्थिति है।
उन्होंने राजस्थान पूर्वी नहर योजना (ईआरसीपी) का जीक्र करते हुए कहा कि एक भी योजना राजस्थान की राष्ट्रीय परियोजनाओं में नहीं है, करीब 16 योजनाएं हैं देश के अंदर जो राष्ट्रीय परियोजनाएं हैं, राजस्थान की एक भी नहीं है, तो हमने मांग की है कि कम से कम ईआरसीपी योजना जो 13 जिलों की योजना है, इसको तो राष्ट्रीय परियोजना घोषित कर दी जाए।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने दो बैठकों में ये कहा भी था, योजना के बारे में प्रदेशवासियों को पूरा बताया भी कि इस योजना से कितने लोगों को फायदा होगा, क्यों बताया फिर,चुनाव के समय में दो मीटिंग की और अगर प्रधानंत्री बता रहे हैं आपको सिंचाई की सुविधा मिलेगी लाखों लोगों को उसका फायदा मिलेगा, पीने के पानी की 13 जिलों की योजना है, सब कुछ कहा उन्होंने और सकारात्मक दृष्टिकोण से फैसला करने की बात कही गई, इसका मतलब क्या होता है, बता दीजिए।