कोलकाता। भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की मंगलवार को यहां चुनावी रैली के दौरान विद्यासागर कालेज हॉस्टल में ईश्वरचंद्र विद्यासागर की प्रतिमा को खंडित किए जाने की घटना ने ज्वलंत रूख अख्तियार कर लिया है और वाम दलों के प्रमुख बड़े नेता इसके विरोध में बुधवार को सड़कों पर उतर आए।
इस बीच पुलिस ने तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच हुए हिंसक झड़प को लेकर दो अलग-अलग मामला दर्ज करके 58 लोगों को गिरफ्तार किया है। दोनों पक्षों के बीच झड़प में काफी लोग घायल भी हुए हैं।
वाम दलों के कद्दावर नेता प्रकाश करात, सीताराम येचुरी, सूर्यकांत मिश्र, विमान बोस और सुजान चक्रवर्ती की अगुवाई में वाम मोर्चा कार्यकर्ताओं ने कालेज स्कवायर से हेडुआ तक रैली निकाली और प्रदर्शन किया तथा घटना के पीछे वास्तविक तथ्यों का पता लगाने की लिए संपूर्ण मामले की जांच की मांग की।
वाम मोर्चा नेताओं ने इस घृणित घटना की तीखी निंदा करते हुए आरोप लगाया कि एक सुनियोजित योजना के तहत प्रतिमा की तोड़फोड़ की गयी। उन्होंने वास्तविक अपराधियों को कानून के शिकंजे में लाए जाने की मांग की। उन्होंने चुनाव आयोग से भी प्रतिमा के साथ तोड़फोड़ करने वाले अपराधियों की जांच करवाने की मांग की।
उन्होंने कहा कि मौजूदा चुनाव के समय इस तरह की घटनाएं राज्य की भयावह तस्वीर प्रदर्शित करती हैं। उल्लेखनीय है कि मंगलवार को भाजपा कार्यकर्ताओं और कलकत्ता यूनीवर्सिटी तथा विद्यासागर कॉलेज के छात्रों के बीच तेज झड़प और हिंसा हुई। झड़प की शुरुआत शाह के रोडशो के दौरान ट्रक पर डंडे फेंके जाने से हुई।
उनके काफिले पर कॉलेज के एक छात्रावास से पथराव भी किया गया जिसके बाद भाजपा समर्थक भड़क गये। उन्होंने भी यूनिवर्सिटी के मुख्यद्वार पर पत्थर और बोतलें फेंकी। स्थिति संभालने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज भी करना पड़ा। विद्यासागर कॉलेज के छात्रावास के बाहर खड़ी तीन मोटरसाइकिलों को आग के हवाले कर दिया गया। कॉलेज में स्थापित ईश्वरचंद्र विद्यासागर की आवक्ष प्रतिमा भी तोड़ दी गई।
रोडशो के बाद शाह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि आज भाजपा के रोड शो को कोलकाता में जिस तरह की प्रतिक्रिया मिली, उससे तृणमूल कांग्रेस के गुंडे खिसिया गए और हमला कर दिया। मैं भाजपा कार्यकर्ताओं को बधाई देना चाहता हूं कि इस सबके बावजूद रोड शो जारी रहा है और पहले से तय जगह और समय पर ही संपन्न हुआ।
उन्हाेंने कहा कि अगर उन्हें (बनर्जी को) लगता है कि वह हिंसा का इस्तेमाल करके भाजपा को रोक लेंगी, उन्हें पता होना चाहिए कि वह जितना कीचड़ हम पर फेकेंगी, कमल उतना ही खिलेगा। तृणमूल के गुंडों ने दो जगह रोड शो पर हमला किया। मैं ममता बनर्जी की पार्टी द्वारा की जा रही हिंसा की निंदा करता हूं। मैं बंगाल के लोगों से अपील करना चाहता हूं कि वे इस हिंसा का जवाब आखिरी चरण के चुनाव में अपने वोट से दें। राज्य में हिंसा के खात्मे के लिए एक बार टीएमसी को उखाड़ फेंकना जरूरी है।
दूसरी तरफ तृणमूल कांग्रेस प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा के गुंडो द्वारा विद्यासागर कॉलेज में आगजनी और हमले की कड़ी निंदा की और कहा कि भाजपा के खिलाफ हर वोट मधुर और पूर्ण प्रतिशोध होगा। उन्होंने कहा कि अमित शाह कोलकाता में आज एक रैली करने आए। वह अपने साथ राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड के लोग लेकर आए।
रैली के खत्म होते ही भाजपा के गुंडों ने रैली से बाहर निकल विद्यासागर कॉलेज में आगजनी की। उन्होंने विद्यासागर की प्रतिमा भी तोड़ दी। यह पहले कभी नहीं हुआ। हम उन्हें नहीं छोड़ेंगे, हम उन्हें वोट के जरिये मुंहतोड़ जवाब देंगे। उन्हाेंने कहा कि अगर कोई भी बंगाल की विरासत का अपमान करने का प्रयास करेगा तो मैं उसे नहीं छोड़ूंगी। ऐसा करने के बाद उन्हें लगता है कि लोग उन्हें पसंद करेंगे। बंगाल इस सबके बिना अच्छा है। उनके यहां आने और दिक्कतें पैदा करने की कोई जरूरत नहीं है।