नई दिल्ली। अपने अकादमिक उत्कृष्टता को और मजबूत करने के लिए यूपीईएस-एक प्रमुख मल्टी डिसिप्लिनरी निजी विश्वविद्यालय ने टाटा इंटरएक्टिव सिस्टम्स के पूर्व डिजाइन और इनोवेशन चीफ मनीषा मोहन को स्कूल ऑफ डिजाइन का डायरेक्टर (एसओडी) नियुक्त किया है।
विश्वविद्यालय ने विकास सतवालेकर को एसओडी में एक विशिष्ट प्रोफेसर के रूप में शामिल करने की भी घोषणा की। ये नियुक्तियां विश्व स्तर की शिक्षा प्रदान करने की विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को मजबूत करती है।
मनीषा मोहन की नियुक्ति पर टिप्पणी करते हुए यूपीईएस के वाइस चांसलर डॉ दीपेन्द्र कुमार ने कहा कि मनीषा का विशाल अनुभव और संपूर्ण ज्ञान आधार उन्हें हमारे स्कूल ऑफ डिजाइन के लिए आदर्श विकल्प बनाता है। वह समकालीन और क्रॉस-फंक्शनल डिजाइन शिक्षा देने की दिशा में स्कूल की अगुआई करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
यूपीईएस में, हम छात्रों को उद्योग के लिए तैयार करते है. उन्हें विकसित करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं, जो रिजल्ट ओरिएंटेड इन्दस्ट्री-एकेडमिया इंटरफेस के माध्यम से संभव है। स्कूल ऑफ डिजाइन हेड के रूप में एक उद्योग अनुभवी का आना एक महत्वपूर्ण कदम है।
मनीषा एक अनुभवी डिजाइन पेशेवर है और ई-लर्निंग, डिजाइन और एनीमेशन में दो दशकों से अधिक समृद्ध अनुभव है। ग्राफिक डिजाइन, एनीमेशन, एक्सपीरियंस डिजाइन, यूआई और यूएक्स डिजाइन, इलस्ट्रेशन, ड्रॉइंग, इंस्ट्रक्शन डिजाइन और इंटरैक्शन डिजाइन विशेषज्ञ के रूप में उन्होंने व्यापक रूप से इंटरैक्टिव उत्पादों पर काम किया है जो लर्निंग डिजैबिलिटी बच्चों को समाधान देता है।
टाटा इंटरएक्टिव सिस्टम्स (टीआईएस) में चीफ-डिजाइन और इनोवेशन के अपने कार्यकाल के दौरान, वह उभरती हुई प्रौद्योगिकियों में शोध कर रही थीं और टीआईएस के भीतर 2 डी और 3 डी एनीमेशन स्टूडियो की स्थापना में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थीं। इसमें कम्युनिकेशन और मार्केटिंग कम्युनिकेशन एप्लीकेशंस जैसे 3 डी एनीमेशन, मोशन ग्राफिक्स, वर्चुअल रिएलिटी पर ध्यान केंद्रित किया गया था।
अपनी नई भूमिका के बारे में बोलते हुए यूपीईएस के स्कूल ऑफ डिजाइन की डायरेक्टर मनीषा मोहन ने कहा कि डिजाइन पेशेवरों के लिए यह रोमांचक समय है क्योंकि संगठनों ने यह महसूस करना शुरू कर दिया है कि डिजाइन बिजनेस में काफी कारगर हो रहा है। यूपीईएस स्कूल ऑफ डिजाइन में शामिल होना मेरे लिए नेचुरल मूव है, क्योंकि यह भूमिका मुझे अगली पीढ़ी की प्रतिभा विकसित करने में मेरी विशेषज्ञता का इस्तेमाल हो सकेगा।
मनीषा ने हेल्थकेयर, मैन्यूफैचरिंग, रिटेल, प्रकाशन इत्यादि जैसे क्षेत्रों में अपने ग्राहक केंद्रित प्रोजेक्ट्स के लिए इनोवेशन और डिजाइन के लिए कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार जीते हैं।
प्रोफेसर सतवालेकर पिछले कुछ वर्षों में डिजाइन शिक्षा विकसित किया है. वे नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन के पूर्व एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर और इसके विजुअल कम्युनिकेशन प्रोग्राम के प्रमुख रहे है. विकास सतवालेकर सतवालेकर डिजाइन स्टूडियो के पार्टनर हैं और भारत के सर्वश्रेष्ठ डिजाइन पुरस्कार 2017 के जूरी सदस्य थे।
ग्राफिक डिजाइनर के रूप में, उन्होंने मदर डेयरी, नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड, चैनल तारा, दूरदर्शन चैनल (डीडी समाचार, मेट्रो, नेशनल स्पोर्ट्स, क्षेत्रीय दूरदर्शन चैनल, प्रसार भारती) और अन्य के लिए कॉरपोरेट आइडेंटिटी प्रोग्राम बनाए है।
यूपीईएस स्कूल ऑफ डिजाइन
यूपीईएस में स्कूल ऑफ डिजाइन (एसओडी) औद्योगिक और उत्पाद डिजाइन, ट्रांस्पोर्टेशन और मोबिलिटी डिजाइन, ग्राफिक डिजाइन, इंटरैक्शन डिजाइन, इंटीरियर और रिटेल स्पेस डिजाइन के क्षेत्रों में विशेष डिजाइन प्रोग्राम प्रदान करता है। वाणिज्यिक रूप से व्यवहार्य और तकनीकी रूप से उन्नत डिजाइन की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए, एसओडी ने डिजाइन, स्केचिंग और रेंडरिंग, मॉडल मेकिंग, एर्गोनॉमिक्स, डिजिटल डिजाइन टूल्स, डिजाइन प्रबंधन इत्यादि के बुनियादी सिद्धांतों से लैस कोर्सेज तैयार किया है।
यूपीईएस के बारे में
उत्तराखंड के राज्य विधानमंडल के यूपीईएस अधिनियम, 2003 के माध्यम से 2003 में स्थापित, यूपीईएस एक यूजीसी मान्यता प्राप्त और एनएएसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय है। यूपीईएस विश्व स्तर पर क्यूएस रेटिंग्स द्वारा 5 स्टार के साथ नियोक्ता (प्लेसमेंट) और परिसर सुविधाओं और शिक्षण के लिए 4 स्टार मान्यता प्राप्त है।
यूपीईएस अपने पांच स्कूलों के माध्यम से उद्योग आधारित और विशिष्ट स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम प्रदान करता है। जैसे, स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग, स्कूल ऑफ कंप्यूटर साइंस, स्कूल ऑफ डिजाइन, स्कूल ऑफ लॉ और स्कूल ऑफ बिजनेस. अपने उद्योग उन्मुख कार्यक्रमों पर जोर देने के बाद, यूपीईएस स्नातक करने वालों के लिए पसंदीदा विकल्प हैं।
पिछले कुछ वर्षों में 90 फीसदी से अधिक प्लेसमेंट का ट्रैक रिकॉर्ड इसने सुनिश्चित किया है। यूपीईएस अपने मूल दर्शन और उत्कृष्ट छात्र परिणाम देने के उद्देश्य से प्रेरित है।