कोटा। राजस्थान में कोटा के निकट रावतभाटा में देवा गुर्जर उर्फ़ देवा डॉन हत्याकांड मामले में फरार चल रहे मुख्य सह अभियुक्त भैरू गुर्जर को गिरफ्तार करने में आज कोटा ग्रामीण पुलिस को बड़ी सफलता मिली है।
घटना के 30 दिन बाद भैरू लाल गुर्जर को विशेष जांच दल (एसआईटी) ने कोटा ग्रामीण पुलिस की सहायता से मंडाना थाना इलाके के मुकंदरा के जंगलों से गिरफ्तार कर लिया।
मामले पर जानकारी देते हुए प्रभारी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पारस जैन ने बताया कि घटना के बाद से भैरू लाल गुर्जर फरार चल रहा था, जिसकी तलाश में एसआईटी की कई टीमें लगी हुई थी। दिन-रात मुकुंदरा के जंगलों में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था।
कोटा ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक कवीन्द्र सिंह सागर को एक मुखबिर के जरिए सूचना मिली कि भैरव लाल गुर्जर मुकुंदरा के जंगल में छुपा हुआ है तो श्रीसागर ने मंडाना थाना प्रभारी कल्याण सिंह को सूचना दी जिन्होंने कल देर रात से ही तलाशी अभियान छेडकर आज सुबह उसे पास ही के चेचट थाना क्षैत्र के खेड़ारुद्धा गांव के पास के जंगल में घेराबंदी कर भैरू लाल को गिरफ्तार कर लिया एवं एसआईटी को सूचना दी।
जैन ने बताया कि इस गिरफ़्तारी के मामले में एसआईटी के निरीक्षक कमल दान चारण की विशेष भूमिका रही जिनकी टीम ने दिन-रात मुकंदरा के जंगलों में सर्च ऑपरेशन चलाया और चप्पे-चप्पे पर नजर बनाए रखी थी।
उल्लेखनीय है कि है गत चार अप्रैल को रावतभाटा नगर में एक हेयर सैलून पर देवा गुर्जर की कुछ बदमाशों ने हथियारों से निर्मम हत्या कर दी थी और फरार हो गए थे। इसके बाद पुलिस ने एक-एक कर 24 आरोपियों को इस मामले में लिया था।
हत्याकांड का मुख्य आरोपी बाबू गुर्जर पहले से ही कोटा पुलिस की गिरफ्त में आ चुका था लेकिन उसका बड़ा भाई भैरू लाल गुर्जर इस हत्याकांड के बाद से फरार चल रहा था जिसे भी अब गिरफ्तार किया जा चुका है जबकि भैरू का बेटा कालू गुर्जर भी पूर्व में गिरफ्तार किया जा चुका है।