आबूरोड (सिरोही)। आबूरोड के चनार ग्राम पंचायत स्थित चनार वाली गैर के नाम से स्थानीय स्तर पर मशहूर देवराजी बावसी का मेले में रविवार को नृत्य गान की मधुर स्वर लहरियों की गूंज सुनाई पडती रही। परंपरागत संस्कृति की छटा बिखेरते देवराजी के आंगन में इस बार गुलजार सुर, परिधान, और संस्कृति का संगम देखने को मिला।
दो साल के बाद आयोजित मेले में इस बार रात्रि से ही लोगों का आवागमन रहा। अटूट आस्था के देवराजी स्थल पर शीश झुकाने के बाद मेलार्थियों ने मेले का लुत्फ उठाया। नृत्य गान के कार्यक्रम में स्थानीय परिधानों में महिलाओं और पुरुषों ने स्थानीय भाषा में सुरीली आवाज में गीत गान के साथ नृत्य प्रस्तुत किया।
झूलो का मनोरंजन तथा की खरीदारी
मेले में लोगों ने झूलों में बैठकर आनंद लिया। झूलों में भी गीत के सुर चलते रहे। चकरी में बैठकर आनंद ले रहे बच्चों के चेहरों पर खुशी के नूर देखते ही बन रहे थे। मेले में जमकर खरीदारी हुई।
ग्राम पंचायत ने पेयजल, छाया आदि की व्यवस्था एवं सुविधाएं की, शांति एवं व्यवस्था के लिए पुलिस मौके पर तैनात रही। सरपंच धूली देवी, उपसरपंच संताराम परमार, ग्राम पंचायत कार्मिक एवं प्रशासन, समाजसेवी नंदलाल चौहान, पुजारी रेशमाराम खराड़ी, मेला कमेटी के सदस्य एवं सामाजिक कार्यकर्ता लोगों की सुविधाओं के लिए हर संभव सहयोगी बने रहे।