अजमेर। धनतेरस के मौके पर अजमेर के बाजारों में रौनक देखी गई, लोगों ने जमकर त्योहारी खरीदारी की। खासकर बर्तन मार्केट में दुकानों पर भीड लगी रही। ज्वेलर्स शॉप पर भी खूब ग्राहकी देखी गई।
पंचांग के अनुसार प्रतिवर्ष कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को धन्वतरि त्रयोदशी मनाई जाती है, जिसे ‘धनतेरस’ कहा जाता है। यह मूलतः धन्वन्तरि जयंती का पर्व है और आयुर्वेद के जनक धन्वन्तरि के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है।
धनतेरस के दिन नए बर्तन या सोना-चांदी खरीदने की परम्परा है। धनतेरस पर बर्तन खरीदने की शुरुआत कब और कैसे हुई, इसका कोई निश्चित प्रमाण नहीं है लेकिन ऐसा माना जाता है कि जन्म के समय धन्वन्तरि के हाथों में अमृत कलश था और यही कारण इस दिन बर्तन खरीदना शुभ मानते हैं।
धनतेरस धन, वैभव एवं सुख समृद्धि का प्रतीक है। दीपावली और धनतेरस को लेकर पटाखों, मिठाई, बर्तन और सर्राफा बाजार में रौनक से त्योहारी माहौल नजर आया। लोग अन्य पूजा सामग्री के साथ ही गणेश-लक्ष्मी की मूर्तियां खरीद रहे थे। मुख्य बाजार मदारगेट, नया बाजार, चूडी बाजार, पुरानी मंडी में तो भीड के चलते यातायात बाधित होने की स्थिति बनी रही। शहर के शापिंग मॉल्स में खासी चहल पहल रही।