गोपीबल्लवपुर। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चक्रवाती तूफान फोनी पर कालिकुंडा में प्रस्तावित बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात करने से इन्कार करते हुए कहा है कि वह मोदी (एक्सपायरी प्रधानमंत्री) के साथ मंच साझा नहीं करेंगी।
बनर्जी ने विभिन्न मुद्दों पर मोदी की आलोचना करते हुए सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री से चक्रवाती तूफान ‘फोनी’ के बारे में बात करने के लिए विचार कर सकती थी यदि उन्होंने खासकर तूफान को लेकर बैठक बुलाई होती लेकिन वह यहां चुनावी प्रचार के लिए आए थे इसलिए वह एक ‘एक्सपायरी प्रधानमंत्री’ के साथ एक भी मंच साझा नहीं करेंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा पिछले 48 घंटों के दौरान वह खडगपुर में थीं और दिल्ली से फोन कोलकाता के लिए आया था। उन्होंने कहा कि मेरी सरकार तूफान प्रभावित लोगों के लिए उपाय करने और उनकी क्षति पूर्ति करने के लिए सक्षम है। हमें केन्द्र से कोई सहायता नहीं चाहिए।
उन्होंने कहा कि यदि जरूरत पड़ी तो हम नए प्रधानमंत्री से बातचीत करेंगे जो केन्द्र का कार्यभार संभालेंगे। बनर्जी ने कहा कि वह मोदी से दो बार मिल चुकी हैं और राज्य के धनराशि की मांग की लेकिन मोदी सरकार ने बंगाल के लिए कुछ भी नहीं किया।
तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमाे ने कहा कि दिल्ली संघीय ढांचे को दरकिनार कर रही है और मुझसे परामर्श किए बिना वे सीधे मुख्य सचिव और अन्य शीर्ष पुलिस अधिकारियों से बात कर रहे हैं।
उन्होंने कहा राज्य का मुख्य सचिव मुख्यमंत्री के अधीन आता है। बनर्जी ने कहा कि मौजूदा ‘एक्सपायरी प्रधानमंत्री’ के कारण चुनाव को दो महीने तक खींचा गया है और इससे लोगों को काफी नुकसान हो रहा है।
ममता बनर्जी ने कहा कि वर्तमान प्रधानमंत्री को कुछ भी करने का अधिकार है क्योंकि वह अब शक्तिविहीन हैं और उन्होंने पिछले पांच वर्षों में देश को काफी नुकसान पहुंचाया है।