सिरोही। राजस्थान के सिरोही में पुलिस की सरपरस्ती में शराब तस्करी के संचालन के आरोपों की जांच के लिए विजिलेंस और एसओजी जांच दल आज सिरोही पहुंच गया।
राज्य सरकार ने इसकी जांच विजिलेंस डीआईजी सत्येंद्र सिंह और एसओजी डीआईजी अमनदीप कपूर डीआईजी विजिलेंस और डीआईजी एसओजी के नेतृत्व में टीम भेजी है। इस गठजोड़ के छींटे सिरोही पुलिस अधीक्षक हिम्मत अभिलाष पर पड़े हैं। जिले के सरूपगंज के निकट भारजा भीमाणा क्षेत्र में हाइवे के निकट 30 मई को जिले के बाहर से आई एक्ससाइज विभाग की टीमों ने रेड की थी।
वहां पर गुजरात में स्मगलिंग करने के लिए एकत्रित की गई करीब 1800 कार्टन हरियाणा निर्मित शराब मिली। इस गोरखधंधे के सिरोही पुलिस की देखरेख में चलने के आरोप लगे। इसके छींटे सिरोही पुलिस अधीक्षक हिम्मत अभिलाष टांक पर भी पड़े।
उल्लेखनीय है कि पुलिस की तस्करों के सांठगांठ के अधिसंख्य कार्मिक सिरोही पुलिस लाइन में हैं। यही नहीं पुलिस लाइन में ड्यूटी वाले कई कार्मिकों के फील्ड में लगे होने की शिकायतें भी आई थी।
एक सिपाही देवेंद्र सिंह का एक ऑडियो जिसमे डेढ़ लाख रुपए हेडकांस्टेबल के कहे अनुसार व्यक्ति को नहीं देने पर उसका निलंबन करने की बात कही गई और इसमे सिरोही जिला पुलिस अधीक्षक का नाम भी लिया गया है।
उल्लेखनीय है कि इस प्रकरण में सिरोही पुलिस की लिप्तता की सबसे पहले आशंका सबगुरु न्यूज ने अपनी 30 मई की खबर ।डें ही।कि थी। इसके बाद राज्य भर में इस मामले के जबरदस्त तरीके से उठने पर राज्य सरकार को ये कदम उठाना पड़ा। इससे पहले जोधपुर आईजी ने इस मामले की जांच जालोर एएसपी अनुकृति को दी थी, लेकिन उनको जांच देने से इसके दायरे में पुलिस अधीक्षक नहीं आ पाते।