भोपाल। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आज कहा कि उन्हें इस बात की चिंता है कि देश में महात्मा गांधी के हत्यारे की विचारधारा जीत गई।
भोपाल संसदीय सीट से कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर पराजय के एक दिन बाद यहां संवाददाताओं से चर्चा में सिंह ने कहा कि वे लोकतंत्र में विश्वास करते हैं और इस नाते लोकसभा चुनाव में विजय हासिल करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई देते हैं।
वे भाजपा के अन्य विजय हासिल करने वाले अन्य प्रत्याशियों को भी बधाई देते हैं। वे भोपाल से विजय हासिल करने वालीं भाजपा प्रत्याशी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को बधाई कल ही दे चुके हैं।
सिंह ने कहा कि वे जनादेश स्वीकार करते हैं, लेकिन उनकी निजी चिंता यह है कि देश में महात्मा गांधी के हत्यारे की विचाधारा जीत गई। और शांतिदूत महात्मा गांधी की विचारधारा हार गई। यही उनकी सबसे बड़ी निजी चिंता है।
सिंह ने एक सवाल के जवाब में कहा कि कांग्रेस का एक ही मूल मंत्र सत्य, अहिंसा, प्रेम और सद्भाव रहा है और वे भी इसी को मानते हैं। और चाहते हैं कि देश भी इन्हीं आदर्शाें पर चले। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जो भी नतीजे आए हैं, इससे साफ है कि महात्मा गांधी की हत्या करने वालों के विचार जीते हैं।
उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान कांग्रेस कमजोर नहीं रही। लेकिन भाजपा की ओर से जिस तरह से चुनाव प्रचार किया गया। देश की सुरक्षा को ही मुख्य मुद्दा बना दिया गया। विकास संबंधी मुद्दे भाजपा की ओर से नहीं उठाए गए। इसी तरह भाजपा ने वर्ष 2014 में काले धन, रोजगार और अन्य मुद्दों को लेकर जो वादे किए थे, उन पर बिल्कुल बात नहीं की।
इस प्रकार पेश किया गया कि देश को बचाना है तो मोदी ही बचा सकता है। इस तरह जनता ने देश की सुरक्षा के नाम पर वोट दे दिया। उन्होंने कहा कि जबकि स्थिति इससे बिल्कुल अलग हैं। पिछले पांच वर्षों के दौरान देश में सबसे ज्यादा हमले हुए और हमने अनेक जवानों और अधिकारियों को खोया।
सिंह ने कहा कि एक और आश्चर्यजनक बात है कि वर्ष 2014 में जब चुनाव हुआ, तक नारा 280 पार था, वो हुआ। और अब नारा 300 पार था और यह भी हो गया। उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि ऐसी कौन सी जादू की छड़ी है कि वोट देने के पहले ही ‘रिजल्ट डिक्लेयर’ कर दिए जाते हैं।
कांग्रेस की ओर से उन्हें भोपाल से चुनाव लड़ाने के निर्णय संबंधी सवाल के जवाब में श्री सिंह ने कहा कि वे पार्टी के साधारण कार्यकर्ता हैं और जहां से टिकट पार्टी देती है, वे वहीं ले लड़ते हैं।
सिंह भोपाल संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी प्रज्ञा सिंह ठाकुर से साढ़े तीन लाख से अधिक मतों से पराजित हुए हैं।