नयी दिल्ली । चालू वित्त वर्ष के पहले आठ महीने में अप्रैल से नवंबर के बीच प्रत्यक्ष कर संग्रह से प्राप्त शुद्ध राजस्व 14.7 प्रतिशत बढ़कर 5.51 लाख करोड़ रुपये पर पहुँच गया है।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने नवंबर तक के प्रत्यक्ष कर के आरंभिक आँकड़े आज जारी किये। इसके अनुसार, इन दौरान कुल कर संग्रह 6.75 लाख करोड़ रुपये रहा जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 15.7 प्रतिशत अधिक है। आलोच्य अवधि में आयकर विभाग ने 1.23 लाख करोड़ रुपये का रिफंड जारी किया है जो पिछले साल अप्रैल से नवंबर के बीच जारी रिफंड की तुलना में 20.8 प्रतिशत अधिक है।
इस प्रकार रिफंड की राशि घटाने के बाद शुद्ध कर राजस्व 5.51 लाख करोड़ रुपये रहा जो पिछले वित्त वर्ष के पहले आठ महीने के आँकड़े की तुलना में 14.7 फीसदी ज्यादा है। सरकार चालू वित्त वर्ष के बजट में प्रत्यक्ष कर संग्रह 11.50 लाख करोड़ रुपये रहने का लक्ष्य रखा था। इस प्रकार पहले आठ महीने में बजट अनुमान का 48 प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया जा चुका है। आम तौर पर वित्त वर्ष के आखिरी महीनों में ही प्रत्यक्ष कर का संग्रह सबसे ज्यादा होता है।
चालू वित्त वर्ष में अब संग्रहित कुल प्रत्यक्ष कर में से कॉर्पोरेट कर संग्रह 17.7 प्रतिशत और व्यक्तिगत आयकर संग्रह 18.3 प्रतिशत बढ़ा है। रिफंड की राशि घटाने के बाद कॉर्पोरेट कर संग्रह में 18.4 प्रतिशत और व्यक्तिगत आयकर संग्रह में 16 प्रतिशत की शुद्ध वृद्धि हुई है।