महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर विवाद बुधवार को भी जारी रहा। अब सरकार बनाने के लिए पार्टियों के पास केवल 2 दिन रह गए हैं। अगर 9 तारीख तक महाराष्ट्र में सरकार नहीं गठित होती है तो राष्ट्रपति शासन लग सकता है ।सबसे दिलचस्प बात यह है इन 12 दिनों में महाराष्ट्र मसले को सुलझाने के लिए लगभग सभी दलों के नेताओं ने एक दूसरे से बात की और मुलाकात की, लेकिन कोई निष्कर्ष अभी तक नहीं निकल पाया है। इसी कड़ी में आज केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अहमद पटेल की मुलाकात हुई है। गडकरी का आवास कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास के पास ही है।बैठक के बाद पटेल ने कहा कि उन्होंने गडकरी से किसानों के मुद्दे पर मुलाकात की और इसका संबंध महाराष्ट्र या राजनीति से नहीं है। दूसरी ओर शिवसेना के साथ तालमेल के कयासों पर विराम लगाते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि शिवसेना और एनसीपी के बीच सरकार बनाने का सवाल ही कहां है ? बीजेपी और शिवसेना पिछले 25 सालों से एक साथ हैं। आज नहीं तो कल उनको फिर एक साथ आना ही है। जनता ने उनको ही सरकार बनाने का जनादेश दिया है। इसलिए उनको जल्द से जल्द महाराष्ट्र में सरकार बनानी चाहिए, हमको विपक्ष में बैठने का जनादेश मिला है।
शरद पवार से मिले संजय राउत, नतीजा रहा सिफर
शरद पवार से आज सुबह शिवसेना नेता संजय राउत ने फिर से मुलाकात की। उसके बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे कि शिवसेना-एनसीपी 50-50 फॉर्मूले के तहत सरकार बनाएंगे। इस पर शरद पवार ने कहा कि संजय राउत से मुलाकात सकारात्मक रही। संजय राउत ने आगामी राज्यसभा सत्र को लेकर बातचीत की ।हमने कुछ अन्य मुद्दों पर बात की जिन पर हमारे रुख समान हैं। शरद पवार ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को चुनौती देते हुए कहा कि अमित शाह का कौशल कैसा है ? ये महाराष्ट्र के सिलसिले में देखते हैं। दरअसल जब प्रेस कांफ्रेंस में शरद पवार से पूछा गया कि अमित शाह संख्या नहीं होने पर भी सरकार बनाने के लिए सिद्दहस्त हैं तो उस पर एनसीपी प्रमुख ने ये जवाब दिया।
शिवसेना विधायकों की कल होगी अहम बैठक
महाराष्ट्र में मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 9 नवंबर को खत्म हो रहा है। इसी काे लेकर शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को पार्टी के विधायकों की बैठक बुलाई है। ये बैठक उनके आवास मातोश्री पर होगी। क्योंकि अभी तक सरकार को लेकर कोई तस्वीर साफ नहीं है, ऐसे में उद्धव ठाकरे के आवास पर शिवसेना विधायकों की इस बैठक पर सबकी नजरें होंगी। शिवसेना ढाई साल के मुख्यमंत्री पद पर अड़ी हुई है। आज एक बार फिर संजय राउत ने इस बात को दोहराया कि उनकी पार्टी 50-50 फॉर्मूले से समझौता नहीं करेगी।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार