सिरोही। राजस्थान सरकार के खान एवं गोपालन व जिले के प्रभारी मंत्री प्रमोद जैन भाया के शुक्रवार को सिरोही अस्पताल की विजिट के दौरान भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष लोकेश खंडेलवाल के नेतृत्व में पदाधिकारियों ने जनहित की विभिन्न मांगों का पत्र सौंपकर उनके शीघ्र निस्तारण की मांग की और कहा कि महोदय बड़ी देर कर दी आते आते…!
उन्होंने प्रभारी मंत्री के आनन-फानन में किए इस दौरे को औपचारिकता बताया और कहा कि आक्रोशित जनता को शांत करने के लिए चंद मिनटों में अस्पताल से निकल जाना मंत्री का गैर जिम्मेदाराना रवैया है जबकि पिछले डेढ़ माह में जिला मुख्यालय के अस्पताल में मौत का तांडव होता रहा।
मंत्री और उनके काफिले द्वारा आते ही स्वागत सत्कार करवा कर महज चंद मिनटों में सेनीटाइजर, मास्क आदि थमा कर चले जाने को निंदनीय बता कर कहा कि दुखी जनता और हॉस्पिटल में एडमिट मरीजों व उनके परिजनों से मंत्री को उनके दुख-दर्द सुनने चाहिए थे।
राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर जिला चिकित्सालय में कोविड-प्रोटेक्शन सामग्री वितरण का शुभारंभ करने आए प्रभारी मंत्री भाया को सिरोही जिले की जनता की ओर से पिछले दिनों कोरोना महामारी के दौरान जो दर्द झेलना पड़ा उनसे अवगत करवाते हुए नगर अध्यक्ष लोकेश खण्डेलवाल, मन की बात के संयोजक मांगूसिंह बावली, महामंत्री जब्बरसिंह चौहान, मीडिया प्रभारी चिराग रावल आदि ने ज्ञापन सौंपकर जनता को तत्काल राहत प्रदान करने की मांग की।
जनता खड्डे में चले तो चले मंत्री क्यों नहीं
भाजपा के मांगूसिंह बावली ने प्रभारी मंत्री को खरी-खरी सुनाते हुए उलहाना दिया कि जो काम पहले हो सकता था वो एक रात में मंत्रीजी के लिए ठीक-ठाक किया गया है यह कैसी सरकार और प्रशासनिक व्यवस्था है? पैलेस रोड निर्माण कार्य की लेटलतीफी और उसकी दुर्दशा से आमजन व मरीजों को जो दर्द झेलना पड़ा उससे अवगत करवा कर इसके शीघ्र निर्माण करने की मांग की। मंत्री को मुख्यमंत्री चिरंजीव आयुष्मान भारत योजना का लाभ जनता को मिले उसके लिए सुद्रढ प्रयासों की जरूरत बताई।
मंत्री राहत का पैकेज लेकर आते तो बात बनती
भाजपा नेताओं ने आरोप लगा दुखी मन से कहा कि प्रभारी मंत्री द्वारा जिले की जनता को बिना किसी पूर्व सूचना के आकर चुपचाप चले जाना कोई फायदा नहीं दे पाया। पिछले दिनों बड़े पैमाने पर हुई मौत और महामारी को झेलती जनता सरकार के रवैये से नाराज और आक्रोशित है। मंत्री अगर कोई राहत का पैकेज लेकर आते पर उसकी वेदना को सुनते तो जनता को राहत मिलती,लेकिन अफसोस जनता भगवान भरोसे छोड़ दी गई है।
भाजपाईयों ने ज्ञापन में ये उठाई मांग
पत्र में लिखा कि पीएम केयर फंड के वेंटिलेटर शीघ्र शुरू करें और इनकी अनदेखी और उपयोग नहीं लिए जाने के कारण पिछले दिनों जो मौत हुई उनकी जांच करें। विभिन्न मदों से लगाए जाने वाले प्रस्तावित ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट और क्षमता बढ़ाने के प्रयासों में तेजी लाकर जल्दी पूरा करने, हॉस्पिटलों में चिकित्सकीय प्रबंधन के लिए अतिरिक्त बजट राशि जारी करने, कोरोना जांच लैब की क्षमता बढ़ाने, रेमडेंसिवर इंजेक्शन की उपलब्धता व ब्लेक फंगस के लिए आवश्यक इंजेक्शन दवाइयां की समुचित व्यवस्था, कोरोना पेशेंट की महंगी आवश्यक जांचों को निशुल्क करने और प्राइवेट लैब में मुंह मांगे दामों पर जांच करने वालो से निजात दिलाने, क्षेत्र की सबसे बड़ी अर्बुदा गौशाला का उचित प्रबंधन व संचालन कर बेसहारा गोवंश जो सार्वजनिक स्थलों और बायोवेस्ट में मुंह मार रहा है और उससे कोरोना स्प्रेड का खतरा रोकने, कोरोना पॉजिटिव पेशेंट के साथ सस्पेक्टेड को भी कोरोना पेशेंट के आंकड़ों में जोड़कर मृत्यु प्राप्त प्रभावित लोगों को उचित आर्थिक सहायता प्रदान करने आदि की मांग का पत्र सौंपकर इनके समाधान की मांग की गई।
पत्र में बताया गया कि इन दिनों पीड़ितजन कई समस्याओं सहित आर्थिक समस्याओं का सामना कर रहे हैं इस बीमारी का दंश झेलते लूटते व दम तोड़ते मरीजों को बचाने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है। महामारी की प्रथम व द्वितीय लहर में अपने माता पिता खो चुके बालक बालिकाओं, बेसहारा हुए बुजुर्गों व पीड़ितों को नकद आर्थिक सहायता के साथ मुफ्त राशन देने की मांग की। इसी प्रकार लॉकडाउन में मजदूरी पेशा, दिहाड़ी मजदूर एवं गरीब जनता को आर्थिक सहायता व राशन देने की पुरजोर पैरवी की गई।