सबगुरु न्यूज-सिरोही। कोरोना एपीडेमिक के थर्ड फेज के क्रूशियल 15 दिनों के शुरू होते ही हर तरह की तैयारी की जा रही है। सिरोही उपखण्ड अधिकारी हंसमुख कुमार ने बताया कि यदि किसी संदिग्ध की वायरोलॉजी में कोरोना पॉजीटिव पाया भी जाता है तो उनका उपचार जिले में ही करने की व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए ऐसा स्थान रखा गया है जहां से किसी दूसरे व्यक्ति को संक्रमण नहीं होवे।
-इस तरह किया जाएगा उपचार
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेशकुमार ने बताया कि राज्य सरकार ने कोरोना पॉजीटिव आने की स्थिति में उपचार के संबंध में भी मार्गदर्शन जारी कर दिए हैं। उन्होंने बताया कि पॉजीटिव केस आने पर जयपुर के एसएमएस चिकित्सालय के हेड डॉ भंडारी के मार्गदर्शन के अनुसार प्रभावित का उपचार होगा।
उन्होंने बताया कि उनके मार्गदर्शन पर सिम्पटम के आधार पर वह स्थानीय या बाहर जैसा भी निर्देश देंगे वैस उपचार शुरू कर दिया जाएगा। डॉ भंडारी और चार अन्य चिकित्सकों के मार्गदर्शन में ही काम किया जाएगा। इसमें किसी तरह के प्रयोग की आवश्यकता नहीं है। उल्लेखनीय है कि एसएमएस के डॉक्टर भंडारी और उनका दल वही है जो राजस्थान के प्रथम तीन कोरोना पॉजीटिव मरीजों का उपचार करके देश-विदेश में राजस्थान को गौरवांवित कर चुके हैं।
-मंगवाए अतिरिक्त पीपीई किट मंगवाए
सीएमएचओ ने बताया कि बचाव और सावधानी इस संक्रमण को रोकने का सबसे बड़ा माध्यम है। इसका इंक्यूबेशन पीरीयड 14 दिनों का होता है। वो पूर्ण हो गया है। अब तृतीय स्टेज करीब दस से पंद्रह दिन तक रहेगा। इसमें विशेष सावधानी की आवश्यकता है। कोई भी बिना जरूरत बिल्कुल भी बाहर नहीं निकलें।
उन्होंने बताया कि यदि पॉजीटिव केस सिरोही जिले में आता है तो उसके आइसोलेयशन में उपचार के लिए पचास पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्यूपमेंट किट हमारे पास पहले ही थे। पचास और मंगवाकर रख लिए हैं। जिससे इन्हें पहनकर चिकित्सा दल जयपुर के चिकित्सकों के मार्गदर्शन में उपचार कर सकें।