उदयपुर। खबरों की दुनिया में ग्रामीण पत्रकारिता का भी महत्वपूर्ण स्थान है, लेकिन सरकार की पत्रकारिता से जुड़ी योजनाएं ग्रामीण पत्रकारों तक नहीं पहुंच पाती हैं, इसके लिए ग्रामीण पत्रकारों को भी जागरूक होना होगा और जार को भी अपना दायित्व निभाना होगा।
यह बात जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ राजस्थान ‘जार’ के प्रदेश अध्यक्ष राकेश शर्मा ने गुरुवार को उदयपुर जार की ओर से आयोजित संभाग स्तरीय वेबिनार में कही। ‘ग्रामीण पत्रकारिता की चुनौतियां’ विषयक इस वेबिनार में प्रदेशाध्यक्ष शर्मा ने उदयपुर जिले में कोरोना से दिवंगत हुए खेरवाड़ा के किरीट गांधी व टोकर के शंकर जोशी को श्रद्धांजलि देते हुए दोनों साथियों के परिजनों को पत्रकार हित की सरकारी योजना का लाभ दिलाने की आवश्यकता जताई।
इसके लिए उदयपुर जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में दिवंगत पत्रकार के परिजनों के पास पहुंच कर उन्हें सरकारी योजना का लाभ दिलाने के लिए आवश्यक दस्तावेजों के साथ आवेदन प्रक्रिया सम्पन्न कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई। साथ ही उन्होंने ग्रामीण स्तर से लेकर जिला स्तर तक पत्रकारिता कर रहे साथियों की सूची बनाने के निर्देश दिए ताकि यह सूची संबंधित अधिकारियों को प्रेषित की जा सके। इससे कवरेज के दौरान आने वाली समस्याओं को दूर करने में सहायता मिल सकेगी।
वेबिनार में प्रदेशाध्यक्ष शर्मा व प्रदेश महासचिव संजय सैनी की अनुशंसा पर जार उदयपुर जिलाध्यक्ष नानालाल आचार्य ने जिला व तहसील पदाधिकरियों की घोषणा की। आचार्य ने मावली तहसील अध्यक्ष पद पर ओम पुरोहित, कोटड़ा तहसील अध्यक्ष पद पर नारायण वडेरा एवं खेरवाड़ा तहसील अध्यक्ष पद पर दिनेश जैन को नियुक्त किया है।
साथ ही मावली तहसील के निवर्तमान अध्यक्ष मनीष दाधीच को जार उदयपुर की जिला कार्यकारिणी में सदस्य मनोनीत किया गया है। सभी नवनियुक्त तहसील अध्यक्ष शीघ्र ही तहसील स्तर की कार्यकारिणी का गठन कर जिला इकाई को सूचित करेंगे।
वेबिनार में उपाध्यक्ष सुभाष शर्मा, सचिव कौशल मूंदड़ा व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य राजेश वर्मा ने भी विचार व्यक्त किए। नवनियुक्त तहसील अध्यक्षों ने भी ग्रामीण क्षेत्रों में कवरेज के दौरान आने वाली समस्याओं पर विचार रखे।
उदयपुर जिला महासचिव भरत मिश्रा, प्रतापगढ़ जिलाध्यक्ष विवेक उपाध्याय, डूंगरपुर जिलाध्यक्ष मनोज जैन, नवनियुक्त तहसील अध्यक्ष दिनेश जैन, नारायण वडेरा, ओम प्रकाश पुरोहित, सदस्य हेमंत सिंह, दिनेश हाड़ा, हरीश नवलखा, नरेंद्र कहार आदि ने भी प्रदेश पदाधिकारियों के समक्ष अपनी बात रखी।