कानपुर। उत्तर प्रदेश के जिलाधिकारी आलोक तिवारी ने यहां कोविड कमांड सेंटर पर लापरवाही बरतने के आरोप में एक चिकित्सक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि तिवारी अचानक कानपुर नगर निगम में बने कंट्रोल रूम की समीक्षा करने के लिए पहुंचे थे कि उन्होंने कंट्रोल रूम के अंदर से हो रही लापरवाही को को पकड़ा जिसके बाद उन्होंने कंट्रोल रूम में तैनात पतारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. नीरज सचान के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दे दिए।
डा सचान पर आरोप है कि कोरोना संक्रमितों से संपर्क करने के लिए रैपिड रिस्पांस टीम भेजने और कोविड किट बांटने में लापरवाही उनके द्वारा बरती जा रही है। जिला प्रशासन की ओर से मिली तहरीर के आधार पर थाना स्वरूप नगर में डॉक्टर नीरज सचान के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया।
दअसल, कानपुर में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कड़े रुख अपनाने के बाद कानपुर स्वास्थ्य महकमा व जिला प्रशासन तेजी के साथ कानपुर के हालात को सुधारने में जुटा हुआ है जिसके चलते सोमवार देर शाम जिलाधिकारी आलोक तिवारी कंट्रोल रूम में रैपिड रिस्पांस टीम के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। इस दौरान सिटी मजिस्ट्रेट हिमांशु गुप्ता ने उन्हें बताया कि डॉ. नीरज सचान लापरवाही कर रहे हैं।
उनका काम व्यापक रणनीति बनाकर रोगियों से संपर्क स्थापित करवाना है और किटों का वितरण कराना है, लेकिन अभी तक मात्र 10 से 12 प्रतिशत लोगों को ही किट मिली। डॉ. नीरज से जब डीएम ने पूछा तो वे सही जवाब नहीं दे सके। इस पर डीएम ने नाराजगी जताई और प्रभारी डॉ. आरएन सिंह को मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए।