अजमेर। राजस्थान में अजमेर के जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने किशनगढ़ उपखंड के श्रीनगर राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर बुधवार को एक अधेड़ की इलाज के दौरान मौत और ग्रामीणों के हंगामे के बाद प्रभारी चिकित्सक डॉ. प्रफुल्ल कुमार को निलंबित कर दिया।
पुष्ट जानकारी के मुताबिक श्रीनगर के बागड़ी गांव निवासी नंद गुर्जर (55) की खराब तबीयत के बाद परिजन उसे लेकर स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे लेकिन आरोप है कि डॉ. प्रफुल्ल कुमार जो कि प्रभारी चिकित्सक है, वे मरीज को छोड़कर अजमेर चले गए।
उन्होंने मरीज को अजमेर के लिए रैफर भी नहीं किया। स्वास्थ्य केंद्र पर 108 एंबुलेंस भी उपलब्ध नहीं थी। परिणामस्वरूप नंद गुर्जर की मौत हो गई। इसके बाद ग्रामीणों ने स्वास्थ्य केंद्र पर जमकर हंगामा किया।
ग्रामीणों ने अस्पताल के मुख्य गेट पर शव के साथ धरना प्रदर्शन किया और मौके पर उच्च अधिकारियों को बुलाने की मांग की। पूर्व विधायक रामनारायण गुर्जर भी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से समझाइश की लेकिन ग्रामीण नहीं माने।
मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी, ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी, उपखंड अधिकारी ने भी स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर ग्रामीणों से समझाईश की। बावजूद इसके ग्रामीण चिकित्सक के निलंबन और मुआवजे की मांग पर डटे रहे।
पुष्ट जानकारी के मुताबिक कलेक्टर को जब पूरी स्थिति से अवगत कराया गया और प्रथम दृष्टया प्रभारी चिकित्सक की लापरवाही सामने आई तो उन्हें निलंबित करने के आदेश जारी किए गए। साथ ही एक जांच टीम भी गठित की गई जो पूरे प्रकरण की वास्तविक रिपोर्ट तैयार कर कलेक्टर को देगी।