सोल। विश्व भर में तबाही मचाने वाले कोरोना वायरस के खिलाफ ब्रिटेन और अन्य देशों में टीके पर चल रहे अंतिम चरण के परीक्षण के बीच दक्षिण कोरिया में फ्लू का टीका लगाये जाने के बाद करीब 25 लोगों की मौत की खबर प्रकाश में आई है। दक्षिण कोरिया की समाचार एजेंसी योनहाप ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
टीका लगाने के बाद 17 साल के किशोर और 74 वर्षीय एक बुजुर्ग समेत 25 लोगों की मौत हुई है। मौतों का यह आंकड़ा टीका लगाने के एक सप्ताह के अंदर का है। इसके बाद टीके की सुरक्षा को लेकर कईं सवाल उठ रहे हैं। इंचिऑन शहर के बुजुर्ग की टीका लगने के दो दिनों के अंदर मौत हो गई थी।
अधिकारियों ने कहा कि कम से कम नौ संदिग्ध मौतों की जांच की गई है जिसमें टीका और मौत का सीधा संपर्क सामने नहीं आया है लेकिन यह भी चिंता की बात है कि टीका लगने के बाद ही मौतें हुई हैं। इन मौतों का एक प्रमुख कारण गंभीर एलर्जी रिएक्शन भी हो सकता है। शेष जांच पूरी होने के बाद साफ हो सकेगा।
अधिकारियों ने हालांकि कहा कि इसका फिलहाल कोई ठोस सबूत नहीं है कि मौतें टीका लगने के कारण ही हुईं। मामले की जांच की जा रही है और टीका कार्यक्रम को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है।
अधिकारियों ने कहा कि हमारे पास कोई ठोस सबूत नहीं है कि ये मौतें वैक्सीन लगने के कारण हुई हैं। फिर भी पोस्टमार्टम और अन्य जरूरी जांच की जा रही है, जिससे उनकी मौत के कारणों का खुलासा हो सके।
कोरोना की वजह से कई देशों में फ्लू को लेकर चलाया जाने वाला टीका कार्यक्रम प्रभावित हुआ है। ब्रिटेन के स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना के अलावा फ्लू भी देश के लिए बड़ा खतरा है।
दक्षिण कोरिया के अधिकारियों ने कहा था कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 20 फीसदी अधिक फ्लू टीके की मांग की गई है ताकि ज्यादा लोगों को टीके दिए जा सके। अधिकारियों के अनुसार अक्टूबर में फ्लू टीकाकरण कार्यक्रम शुरू करने के बाद से अब तक 83 लाख लोगों को यह लगाया जा चुका है और इनमें से करीब 350 लोगों में इसके साइड इफैक्ट्स देखे गए हैं।
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