अजमेर। पश्चिम बंगाल में चिकित्सकों की हड़ताल के समर्थन में राष्ट्रव्यापी बंद के तहत आज अजमेर में जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय में चौबीस घंटे के कार्य बहिष्कार के चलते चिकित्सा व्यवस्ळाा पूरी तरह चरमरा गई और मरीजों को परेशानी का सामना करना पडा।
इस दौरान अजमेर के जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय की ओपीडी सहित जिले की विभिन्न सरकारी डिस्पेंसरियां पूरी तरह बंद रही, साथ ही निजी चिकित्सकों एवं चिकित्सालय में भी बंद को समर्थन देते हुए मरीजों का इलाज नहीं किया।
मेडिकल रेजीडेंट एसोसिएशन के आह्वान पर चौबीस घंटे कार्य बहिष्कार का व्यापक असर देखने को मिला। सोमवार सुबह आठ बजे से शुरू हुआ यह बंद कल सुबह आठ बजे तक बना रहेगा। हालांकि अस्पताल अधीक्षक डॉ. अनिल जैन वैकल्पिक व्यवस्थाओं का दावा करते हुए मरीजों के इलाज किए जाने की बात कहे रहे हैं लेकिन वस्तु स्थिति पूरी तरह भिन्न है।
आपातकालीन एवं ऑपरेशन जैसी सुविधा को बंद से मुक्त रखने के तहत यह कार्य संभव हो पाए हैं लेकिन आउटड़ोर में डॉक्टर के नहीं होने से मरीज बेहद परेशान नजर आए और लंबी कतारों में खड़े दिखाई दिए।
रेजीडेंट डॉक्टरों ने विरोध के समर्थन में मेडिकल कॉलेज पर एकत्रित होकर रैली निकाली जो बजरंगगढ़ चौराहे पर पहुंचकर मानव श्रंखला के रूप में परिवर्तित हो गई। अजमेर जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज की रेजीडेंट एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष डॉ. देवराज राव ने सरकार से मांग की कि चिकित्सकों के प्रति बढ़ते दुर्व्यवहार पर उनकी सुरक्षा का रास्ता निकाला जाए।