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घमोरियां के लषण और उससे बचने के घरेलू उपाय
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घमोरियां के लषण और उससे बचने के घरेलू उपाय

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घमोरियां के लषण और उससे बचने के घरेलू उपाय
Domestic remedies for the Haughty Slaughter and to avoid
Domestic remedies for the Haughty Slaughter and to avoid
Domestic remedies for the Haughty Slaughter and to avoid

SABGURU NEWS | गर्मीयां आते ही घमौरियों की परेशानियां शुरू होने लगती हैं। गर्मी का मौसम बहुत ही झुलसाने वाला होता है भयानक गर्म तापमान के चलते घमौरियों का आना तो स्वाभिक है और साथ ही चेहरे पर छोटे-छोटे दाने आ जाते हैं जिनसे निजात पाना बडा मुश्किल होता है।

कुछ लोगो के लिए एक दिन बाहर व्यतीत करना अप्रिय और असुविधाजनक होता है और दूसरो के लिए गर्मी का मौसम खूंखार होने का होता है। चुभती जलती गर्मी कोई गंभीर परिस्थिति नही हैए लेकिन फिर भी इसका ध्यान रखना बहुत जरुरी है। गर्मी के दानो के सबसे आसान लक्षण जलन की उच्च डिग्री और खुजली बडी झालर और चेहरे पर आने वाले लाल धब्बे है। गर्मी का असर त्वचा की परत, छाती गर्दन, चेहरे, पीठ, पेट, स्तनों के निचेए घुटनों के पीछे और बगल में दिखाई देता है। गर्मी से बचने के बहुत से घरेलु उपाय है, जिन्हें आप आसानी से अपने घर में बना सकते हो। तेजी से परिणाम पाने के लिए एक समय में आप दो से तीन उपायों को भी अपना सकते हो।

गर्मी असुविधाजनक और खुजलीदेह होती है। बहुत से मामलो में घमौरियां होने पर डॉक्टर के पास जाने की जरुरत नही होती। लेकिन इसके इलाज के विकल्प जरुर होते है और जिन्हें घमौरियां हुई है वे इन इलाजो को अपनाकर राहत पा सकते है।

घमौरियों के लक्षण
गर्मी के लक्षण काफी सरल होते है। शरीर के कुछ भागो में जहाँ पसीना आता है वहाँ लाल दाने और खुजली होती है। गर्दन कंधे और छाती पर ज्यादातर घमौरियां दिखाई पडती है। आपके शरीर पर जहाँ कपडे और पसीने का संपर्क होता है वहाँ भी घमौरियां हो सकती है। जलन वाली जगह पर तुरंत घमौरियां नही होती, इसका असर कुछ दिनों बाद आपको दिखाई देता है।

कभी-कभी घमौरियां छोटे छालो का रूप ले लेती है और त्वचा की परतो में पसीना छोडने लगती है। इसीलिए आपके शरीर पर जहाँ भी पसीने और कपडे का संपर्क होता है, उस जगह को हमेशा साफ रखने की कोशिश करे।

घरेलू उपायें

पपीता
पारंपरिक रूप से पपीते का उपयोग त्वचा की समस्याओ को दूर करने के लिए किया जाता है। पका हुआ पपीता लेकर उसे मसल दे। इसके बाद उसके गुदे को प्रभावित त्वचा पर लगाये और 20.25 मिनट तक लगा रहने दीजिए। फिर साधे पानी से त्वचा को साफ कर लीजिये। इससे आपको जलन एवं खुजली नही होंगी और गर्मी से भी राहत मिलेगी।

खीरा
खीरे में एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते है। जलती हुई घमौरियो से छुटकारा पाने के लिए खीरे के टुकडो को अपनी त्वचा पर लगाये। साथ ही खीरे को पीसकर, इसके गुदे को भी आप अपनी त्वचा पर लगा सकते हो। लगाने के बाद 30 मिनट तक इसे सूखने दीजिये और फिर साफ कर लीजिये।

शहद
शहद एंटी-बैक्टीरियल तत्वों के लिए प्रसिद्ध है पर इसमें पाए जाने वाले एंटी-ऑक्सीडेंट शरीर को ठंडा रखने में सहायक है। प्राकृतिक शहद को आप सीधे अपनी त्वचा पर लगा सकते है। लगाने के बाद इसे 10 से 15 मिनट बाद साफ कर लीजिये। शहद पर आधारित उत्पादों का उपयोग सूर्य प्रकाश से बचाने वाली क्रीम के रूप में भी किया जाता है।

चने का आटा
चने के आटे में थोडा पानी डालकर एक गाढा पेस्ट तैयार करे। फिर इस मिश्रण को प्रभावित जगह पर लगाए और 15 मिनट तक लगा रहने दीजिये। बाद में कुछ समय बाद ठंडे पानी से साफ कर लीजिए।

बेकिंग सोडा
बेकिंग सोडा में एंटी-बैक्टीरियल तत्व पाए जाते है, जो संक्रमण से बचाते है। कप बेकिंग सोडे को गर्म पानी में डाले। अब इस गर्म पानी में अपने शिशु को नहलाये। नहलाते समय साबुन का उपयोग ना करे।

कच्चे आलू
कांटेदार सनसनी के लिए यह सबसे आसान उपायों में से एक है। मध्यम आकार के आलू को छोटे-छोटे टुकडो में काटे और फिर उन टुकडो को प्रभावित जगह पर लगाये।

तरबूज
तरबूज में कैरोटीन और लायकोपिन पाया जाता है। यह मानव कोशिका और खून में पाए जाने वाले मुख्य कैरोटेनोइड्स है, इसी वजह से इनमे त्वचा गुण समायोजित होते है। इसका सेवन आप आहारीय उत्पाद या आहार की आपूर्ति के रूप में भी किया जाता है। अध्यन से यह पता चला है की तरबूज चुभती-जलती गर्मी से हमारे शरीर को बचाता है।

बर्फ के टुकडे
बर्फ के कुछ टुकडो को पानी में रखे। दो मिनट बाद प्रभावित त्वचा को उस ठंडे पानी से साफ करे। इसके अलावा आप बर्फ के टुकडो को भी प्रभावित त्वचा पर लगा सकते हो, इससे तुरंत चुभती-जलती गर्मी से रहत मिलेगी। घमौरियो से राहत मिलने के लिए समय-समय पर अपनी त्वचा को साफ करते रहे।

अदरक
अदरक का उपयोग इसमें पाए जाने वाले औषधीय तत्वों की वजह से किया जाता है। यह घमौरियो की वजह से होने वाले होने वाली चुभन एवं खुजली को कम करती है। इसमें पाए जाने वाले एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व घमौरियो से निजात दिलाने में भी सहायक है। अदरक की जडो को पीसकर उसे पानी में उबाले। उबालने के बाद जब पानी ठंडा हो जाए तब अपनी त्वचा को उस पानी से साफ करे। साफ करते समय मुलायम कपडे या स्पंज का उपयोग करे।

छोटे शिशुओ में घमौरियो की समस्या सर्वाधिक होती है। क्योकि उनमे पसीने की ग्रंथियाँ पुर्णत: विकसित नही होती और उनका शरीर भी तेजी से बदलते तापमान को सहन नही कर पाता। इसीलिए नवजात शिशुओ में घमौरियो की समस्या सर्वाधिक पायी जाती है। शिशु के चेहरे और गर्दन के आस.पास ज्यादातर लाल दाने दिखाई देते है।

यदि अपने शिशु के शरीर पर आपको घमौरियां या लाल दाने दिखाई देते है। क्या वो ज्यादा परतो वाले कपडे पहन रहे हैघ् क्या उनके कपडे तापमान के अनुकूल हैघ् क्या आपका शिशु आरामदायक अवस्था में है और क्या आपका शिशु समय.समय तक मलत्याग कर रहा हैघ् इसीलिए नवजात शिशुओ को नहलाना बहुत जरुरी है।