मुंबई। अमरीका में ब्याज दरों में बढ़ोतरी की उम्मीद और सीरिया पर अमरीका के हमले की खबर से वैश्विक बाजार में हुई भारी बिकवाली का असर आज घरेलू शेयर बाजार पर भी दिखा जिससे घरेलू स्तर पर करीब 4 फ़ीसदी की गिरावट देखी गई जिससे निवेशकों के 5.37 लाख करोड़ रुपए से अधिक डूब गए।
इससे बीएसई का सेंसेक्स 1939.32 अंक गिरकर 50 हजार अंक के स्तर से नीचे 49099.99 अंक पर आ गया और एनएसई का निफ्टी भी 568.20 अंक फिसल कर 14529.15 अंक पर रहा। इससे बीएसई का बाजार पूंजीकरण पिछले दिवस के 20618471.67 करोड़ रुपए से 537375.94 करोड़ रुपए घटकर 20081095.73 करोड़ रुपए पर आ गया।
गुरुवार को अमरीकी बाजारों में भारी गिरावट देखी गई। अमरीकी वॉल स्ट्रीट बाजार का मेन इंडेक्स भरभरा गया। असल में अमरीका के ट्रेजरी बॉन्ड के यील्ड में भारी बढ़त हुई है जिससे वहां ब्याज दरें बढ़ने के आसार बने हैं, इसकी चिंता में शेयर बाजार टूटा। अमरीकी बाजार में टेक्नोलॉजी शेयर काफी टूट गए।
इसके असर से आज एशियाई और ऑस्ट्रेलिया के शेयर बाजारों में भी भारी गिरावट देखी गई। जापान का निक्केई 3.99 फीसदी, हॉन्ग कॉन्ग का हैंग संग 3.64 प्रतिशत, चीन का शंघाई कंपोजिट 2.12 फीसदी टूट गया। यूरोपीय बाजार भी लाल निशान में खुले। इसके बाद सीरिया पर अमरीकी एयरस्ट्राइक की खबरों से तो बाजार बिल्कुल पस्त ही हो गया।