वाशिंगटन। अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्होंने 7 अप्रेल को सीरिया में संदिग्ध जहरीली गैस के रासायनिक हमलों में मारे गए 60 लोगों की मौत का बदला लेने के लिए सीरिया पर हमले का आदेश दिया है।
ट्रंप ने व्हाइट हाऊस से टीवी संबोधन में कहा कि कुछ देर पहले मैंने अमरीका की सेनाओं को सीरिया के तानाशाह बशर अल-असद के रसायनिक हथियारों के ठिकानों पर हमले करने का आदेश दिया है।
अमरीका के पास है सीरिया के रासायनिक हमलों के सबूत
अमरीका के पास इस बात के सबूत है कि सीरिया की सरकार ने हाल ही में दोमा शहर पर रासायनिक हथियारों के साथ हमला किया लेकिन अभी भी हमलेे में इस्तेमाल हुए मिश्रित रसायन की पहचान का कार्य चल रहा है।
अमरीका के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीथर नौअर्ट ने कल संवाददाताओं को कहा कि हम यह कह सकते हैं कि हमलों के पीछे सीरिया की सरकार का हाथ है। जब उनसे पूछा गया कि क्या अमेरिका के पास इस बात के सबूत हैं तो उन्होंने इसका जबाव ‘हां’ में दिया। उन्होंने कहा कि रासायनिक हथियार निरोधक संगठन का एक दल आज सीरिया पहुंचकर सबूत एकत्रित करेगा।
सीरिया ने 50 बार किया रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल
संयुक्त राष्ट्र। सुयंक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत निक्की हेली ने कहा है कि अमरीका का अाकलन है कि सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद की सेनाओं ने सात साल के युद्ध के दौरान कम से कम 50 बार रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किया है।
हेली ने संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद को बताया कि अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अभी तक सीरिया पर संभावित कार्रवाई का निर्णय नहीं लिया है लेकिन अमरीका और उसके सहयोगी देशों की सीरिया के खिलाफ कार्रवाई सभी सहयोगियों की प्रतिरोधक सहमति के सिद्धांत पर होगी।
उन्होंने कहा कि यदि हमने असद सरकार को रासायनिक हमलों को सामान्य बनाने की अनुमति दी दे तो यह सभी राष्ट्रों और सभी लोगों के लिए खतरनाक होगा।