वाशिंगटन । अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के साथ व्यापार समझौते के पटरी पर आने की संभावनाओं को एक बार फिर संदेह के घेरे में डालते हुए चीन की दूरसंचार कंपनी हुआवेई के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
हुआवेई के खिलाफ ट्रंप ने ऐसे समय में कदम उठाया है, जब चीन के साथ उसकी बातचीत उतार चढाव के दौर से गुजर रही है। इसे पहले जब चीन के प्रतिनिधि बातचीत के वाशिंगटन आये थे तो उस वक्त ट्रंप ने चीन के 200 अरब डॉलर के उत्पादों पर आयात शुल्क बढाकर 10 से 25 प्रतिशत कर दिया था।
ट्रंप ने बुधवार को अमेरिकी प्रौद्योगिकी पर खतरे का हवाला देते हुए राष्ट्रीय आपदा घोषित कर दी। ट्रंप ने एक्जक्यूटिव ऑर्डर के जरिये यह घोषणा की। यह आदेश पारित होने के बाद वाणिज्य मंत्री विल्बर रॉस को यह अधिकार मिल गया है कि वह ऐसे लेनदेन को प्रतिबंधित कर पायेंगे, जो अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं।
इस आदेश के जारी होते ही अमेरिका के वाणिज्य मंत्रालय ने हुआवेई और इसकी सहयोगी कंपनियों को ब्यूरो ऑफ इंडस्ट्री एंड सिक्योरिटी की संस्थान सूची में शामिल कर दिया है, जिसके कारण अब हुआवेई का अमेरिकी कंपनियों के साथ कारोबार करना बहुत मुश्किल हो गया है।
हुआवेई को बीआईएस की सूची में डाले जाने के कारण अब अमेरिकी कंपनियां बीआईएस के लाइसेंस के बिना उसे प्रौद्योगिक बेच नहीं सकतीं और न ही हस्तांतरित कर सकती हैं। हुआवेई ने अमेरिका के इस कदम पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आज कहा कि अमेरिका में हुआवेई के कारोबार को बाधित करने से अमेरिका अधिक सुरक्षित या मजबूत नहीं हो जायेगा। इसके कारण अमेरिका को खराब गुणवत्ता वाले विकल्पों तक सीमित होना पड़ेगा जिससे 5जी प्रौद्योगिकी को लागू करने में वह काफी पिछड़ जायेगा। इससे अमेरिकी कंपनियों और ग्राहकों को ही क्षति होगी।
हुआवेई का कहना है कि वह अमेरिकी सरकार के साथ इस मुद्दे पर बातचीत करने को तैयार है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने हुआवेई के खिलाफ उठाये गये अमेरिका के कदम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए गुरुवार को कहा कि चीन की कुछ खास कंपनियों के खिलाफ की गयी यह कार्रवाई अन्यायपूर्ण और निंदनीय है। उन्होंने कहा कि हम अमेरिका से आग्रह करते हैं कि वह राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देकर चीन की कंपनियों का दमन बंद करे और उनके निवेश तथा संचालन के लिए भेदभाव रहित तथा न्यायपूर्ण माहौल प्रदान करे।
अमेरिकी सरकार का आरोप है कि हुआवेई के उपकरण चीन की सरकार के लिए जासूसी के काम आते हैं। हुआवेई की मुख्य वित्तीय अधिकारी मेंग वानझू को अमेरिका प्रत्यर्पित करने के लिए गत साल दिसंबर में कनाडा में गिरफ्तार गया था। अमेरिका का कहना है कि हुआवेई ने ईरान पर लगाये गये प्रतिबंधों का उल्लंघन करके उसके साथ कारोबार किया। इसके बाद इस साल जनवरी में हुआवेई की दो इकाइयों के खिलाफ अमेरिका के टी मोबाइल के ट्रेड सीक्रेट चोरी करने सहित कई आरोपों में मामला दर्ज किया गया।