लखनऊ| उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए दोषियों को दण्डित करने के कड़े निर्देश दिए।
योगी ने कहा है कि अपराध और भ्रष्टाचार के मामलों में वर्तमान राज्य सरकार की जीरो टाॅलरेन्स की नीति है। उन्होंने पुलिस को अपराध नियंत्रण और कानून व्यवस्था को दुरुस्त रखने में आधुनिक तकनीक का प्रयोग करते हुए आम जन के साथ सहयोग, मानवीय और संवेदनशील दृष्टिकोण अपनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था में सुधार आंकड़ों के आधार पर नहीं, बल्कि आम जन में सुरक्षा के एहसास के आधार पर तय किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून का राज सरकार की प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री गुरुवार शाम आज यहां लोक भवन में प्रदेश में अपराध नियंत्रण और कानून-व्यवस्था के सम्बन्ध में गृह विभाग के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने बालिकाओं, महिलाओं के प्रति अपराध को सख्ती से रोके जाने और अपराधियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई किए जाने के भी निर्देश देते हुए कहा कि इस सम्बन्ध में एक माह के अंदर कार्य योजना बनाकर और सख्ती अपनायी जाए।
उन्होंने गम्भीर अपराधों और बालिकाओं/महिलाओं के प्रति घटित अपराधों में सख्त कार्रवाई करते हुए ऐसे मामलों को फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से अपराधी को शीघ्र सजा दिलवायी जाए। उन्होंने कहा कि महिला एवं नाबालिग बच्चों के साथ होने वाले अपराधों को पुलिस अपनी संवेदनशीलता, सक्रियता एवं सजगता से रोक सकती है।
योगी ने कहा कि जो पुलिस कर्मी अपराधियों से संलिप्त हैं, उन्हें चिन्हित कर कार्रवाई की जाए। यह कार्रवाई सभी स्तर पर हो। उन्होंने बाइक पर सवार अपराधियों द्वारा अपराध किए जाने पर भी सख्त कार्रवाई किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि जो पुलिस कर्मी या अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में अपराधों को रोक सकने में अक्षम हैं, उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाए।