चित्तौड़गढ़। राजस्थान में चित्तौड़गढ़ जिले के कपासन थाने पर पूर्व जिला प्रमुख लीला जाट ने अपने पति सहित काका ससुर पूर्व विधायक बद्रीलाल जाट एवं अन्य परिजनों के विरूद्ध दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज करवाया है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि गत दिनों पूर्व जिला प्रमुख लीला जाट ने पुलिस अधीक्षक को डाक से भेजे परिवाद में बताया कि उसका बारह वर्ष पूर्व सिंहपुर निवासी पुलिस में कार्यरत सहायक उप निरीक्षक गोवर्धन जाट के पुत्र राजू से उसका विवाह हुआ था लेकिन राजू उसे शुरू से ही पसंद नहीं करता था और वह लगातार प्रताड़ित करता रहा।
वर्ष 2015 में उसके मना करने के बावजूद उसके पति, ससुर एवं काका ससुर पूर्व विधायक बद्रीलाल जाट ने जबरन पंचायत चुनाव लड़वाया और बाद में जिला प्रमुख भी बनवाया जिसके बाद से ही बद्रीलाल जाट, उसका पति तथा ससुर गोवर्धन जाट ने चुनाव में खर्च हुए डेढ़ करोड़ रूपये अपने पिता से लाने का दबाव बनाना शुरू कर दिया और अपनी गृहस्थी बचाने के लिए आठ लाख रूपये लाकर भी दिए लेकिन शेष रूपए नहीं लाने पर उसे ससुराल से निकाल दिया तब से ही वह अपने पीहर उंचनार खुर्द में रह रही थी।
लीला ने अपने परिवाद में आरोप लगाया कि दस दिन पूर्व उसके पिता ससुराल छोड़ने आए तो इन सबने उसे रखने से इंकार कर दिया। पुलिस ने परिवाद मिलने के बाद परिवार परामर्श केंद्र के जरिये दोनों पक्षों में सुलह करवाने की कोशिश भी की लेकिन समझौता नहीं होने पर बुधवार को प्रार्थिया लीला के पति राजू, ससुर गोवर्धन जाट, काका ससुर बद्रीलाल जाट एवं उनकी पत्नी सहित अन्य परिजनों के विरूद्ध धारा 498 ए, 406 व 4 में प्रकरण दर्ज कर लिया है।
गौरतलब है कि लीला जाट वर्ष 2015 से 2020 तक चित्तौड़गढ़ की जिला प्रमुख रह चुकी है और वर्तमान में आयुष नर्स होकर गंगरार तहसील के चैगावड़ी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर नियुक्त है।