अजमेर/लखनऊ। देश काे सीरियल बम धमाकों से दहलाने वाले कुख्यात आतंकी को उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकरोधी दस्ते ने शुक्रवार को कानपुर में गिरफ्तार कर लिया।
अजमेर जेल से पैरोल पर रिहा होकर डा जलीश अंसारी मुबंई में रह रहा था जहां से वह गुरूवार को फरार हो गया था। उसे कानपुर के फेथफुलगंज इलाके से उस समय गिरफ्तार किया गया, जब वह मस्जिद से बाहर आ रहा था। सूत्रों के मुताबिक आतंकी नेपाल भागने की फिराक में था।
पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने बताया कि 1993 में मुबंई मे हुए सीरियल ब्लास्ट समेत देश में कई आतंकी घटनाओं में शामिल जलीश अजमेर जेल में उम्रकैद की सजा भुगत रहा था।
पैरोल पर छूटने के बाद वह मुबंई में था। इस बीच वह मुबंई पुलिस को चकमा देकर संतकबीरनगर जिले में स्थित अपने पैतृक गांव अमरदोवा जा रहा था जहां से उसकी नेपाल भागने की योजना थी।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आतंकी के कब्जे से 47 हजार 780 रूपए की नगदी, आधार कार्ड, मोबाइल फोन और एक पाकेट डायरी बरामद की गई है।
डा जलीश अंसारी पिछले साल 28 दिसम्बर को 21 दिन की पैरोल पर रिहा हुआ था और उसे 17 जनवरी को उसको जेल वापस लौटना था लेकिन मुबंई के अगतीपारा पुलिस थाने में वह अपनी आमद दर्ज कराने नहीं गया जबकि उसके रिश्तेदारों का कहना था कि उन्हे अंसारी के बारे में कुछ नहीं पता है। इसके बाद मुबंई पुलिस ने रेड अलर्ट जारी किया और इस बारे में यूपी पुलिस से संपर्क साधा।
डा अंसारी राजधानी एक्सप्रेस, पुणे सीरियल ब्लास्ट समेत देश भर में 50 से अधिक आतंकी गतिविधियों में संलिप्त रहा है। उसने 1982 में मुबंई में एमबीबीएस की डिग्री हासिल की थी जिसके बाद वह बारूद निर्माता करीम टुंडा के संपर्क में आया। उसे टीएनटी और टाइम बम का विशेषज्ञ माना जाता है। इस बीच अंसारी को कानपुर से लखनऊ लाया गया जहां से उसे हवाई जहाज से मुबंई भेज दिया गया।