अजमेर। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर के नवनियुक्त अध्यक्ष प्रो. धर्मपाल जारौली ने कहा है कि बोर्ड की पांच मार्च से प्रारम्भ हो रही परीक्षाओं को पारदर्शिता से संचालित कराना उनकी पहली प्राथमिकता है।
प्रो. जारोली ने आज यहां पदभार ग्रहण करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि परीक्षा के बाद बोर्ड की व्यवस्था सुधार की दिशा में विचार और मंथन कर, जहां जरूरी हुआ सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने स्वीकार किया कि कार्यवाहक अध्यक्ष के रहते कुछ मामलों में निर्णय लेने में दिक्कतें आती हैं, लेकिन बोर्ड की सफलता अधिकारियों और कर्मचारियों पर निर्भर हैं।
उन्होंने कहा कि सभी परिवार के रूप में काम कर बोर्ड को नई ऊंचाई पर ले जाने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि वह बोर्ड के माध्यम से प्रदेश के स्कूलों एवं अध्यापकों में नवाचार करने के पक्ष में भी हैं।
एक सवाल के जवाब में प्रो. जारोली ने कहा कि वर्तमान में सभी जगह संविदा कर्मियों के माध्यम से कार्य कराए जा रहे है लेकिन जल्द ही बोर्ड में भर्ती के लिए राज्य सरकार से बातचीत के प्रयास किए जाएंगे।
प्रो.जारोली ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ‘निरोगी राजस्थान’ के सपने को पूरा करने की दिशा में कहा कि 10वीं के पाठ्यक्रम में इस विषयक अध्याय जोड़ा जाएगा। उन्होंने इस बात को भी दोहराया कि मुझ पर भरोसा कर जो दायित्व सौंपा गया है, उसे वह पूरी जिम्मेदारी के साथ पूरा करेंगे।
गौरतलब है कि प्रो.जारोली राजस्थान विश्वविद्यालय में पर्यावरण विभाग के निदेशक पद से सेवानिवृत्त है और उन्हें प्रदेश में होम्योपैथ एवं आयुर्वेद की परीक्षाएं आयोजित कराने का अनुभव है।
नवनियुक्त बोर्ड अध्यक्ष का कांग्रेसियों ने किया स्वागत
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान अजमेर के नवनियुक्त अध्यक्ष डॉ धर्मपाल जारोली के अजमेर पहुंचने पर अजमेर शहर जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव शिव कुमार बंसल, महेश चौहान, दिनेश शर्मा, आईटी सेल के अनुपम शर्मा, ओबीसी विभाग के जिला संयोजक मामराज सेन, मनीष सेन, भूपेंद्र राणावत, राहुल चावरिया ने भव्य स्वागत किया। बोर्ड अध्यक्ष डॉ धर्मपाल जारोली के पदभार ग्रहण करते समय कांग्रेसी उपस्थित थे। उन्होंने आशा व्यक्त की की बोर्ड अध्यक्ष डॉ धर्मपाल जारोली के नेतृत्व में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करेगा।