सागर। मध्यप्रदेश के सागर जिले स्थित डॉ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय के छात्राओं के हॉस्टल में इस्तेमाल किए हुए सैनिटरी पैड मिलने के बाद छात्राओं की चेकिंग के मामले ने तूल पकड़ लिया है।
मामले की जानकारी मिलते ही कुलपति आरपी तिवारी ने केयरटेकर इंदु को वहां से हटाने के निर्देश दिए हैं। वहीं छात्राओं के आरोपों के बाद भी महारानी लक्ष्मीबाई हॉस्टल की वार्डन प्रोफेसर चंदा बेन ने ऐसी किसी चेकिंग के निर्देश दिए जाने से इंकार करते हुए यह भी कहा है कि छात्राओं की ऐसी कोई चेकिंग हुई ही नहीं।
कुलपति तिवारी ने बताया कि छात्राओं के आरोपों की जांच कराई जाएगी। इसके लिए पांच सदस्यीय समिति गठित कर दी गई है, जो तीन दिन में अपनी रिपोर्ट सौंप देगी। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी। केयरटेकर इंदु को वहां से हटा दिया गया है।
आरोप है कि रविवार दोपहर हॉस्टल के हॉल में निरीक्षण के दौरान वार्डन को वहां कुछ सैनिटरी पैड्स पड़े मिले, जिसके बाद उन्होंने छात्राओं को फटकार लगाते हुए उनसे इस बारे में जानकारी मांगी। छात्राओं के इस बारे में अनभिज्ञता जाहिर करने के बाद उन्होंने छात्राओं की चेकिंग कराई। करीब 50 छात्राओं की इस तरह चेकिंग किए जाने के आरोप लगे हैं।
इससे गुस्साई छात्राएं शाम को ही पैदल चलकर कुलपति निवास तक पहुंच गईं और उन्हें पूरे मामले से अवगत कराया। कुलपति तिवारी ने छात्राओं से कहा कि उनके साथ गलत हुआ है और इस बारे में वार्डन से भी बात की, लेकिन उन्होंने ऐसा कुछ होने से ही इंकार कर दिया। वार्डन ने आरोप लगाया कि पूरे मामले में उन्हें फंसाया जा रहा है।