अहमदाबाद। गुजरात में सत्तारूढ़ भाजपा की वरिष्ठ महिला विधायक डॉक्टर नीमाबेन आचार्य को आज निर्विरोध विधानसभा का अध्यक्ष चुन लिया गया और इसके साथ हीं वह 1960 में मुंबई प्रांत से अलग होकर बने इस पश्चिमी राज्य की पहली महिला विधानसभाध्यक्ष हो गयी हैं।
12 दिसम्बर 1947 को जन्मी 73 वर्षीय आचार्य अब तक पांच बार विधायक रही हैं। पेशे से डॉक्टर (स्त्री रोग विशेषज्ञ) आचार्य मौजूदा 14 वीं विधानसभा में कच्छ ज़िले के भुज क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती हैं। पहली बार वह 1992 में विधायक बनी थीं।
गुजरात में मुख्यमंत्री पद में बदलाव के बाद नई सरकार के गठन के दौरान मंत्री बने पूर्ववर्ती विधानसभाध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी के गत 16 सितंबर के इस्तीफ़े के बाद रिक्त हुए इस पद पर भरने के लिए आज दो दिवसीय मानसून सत्र के पहले दिन सदन में आचार्य के नाम का प्रस्ताव नए मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने किया। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस समेत अन्य ने इसका समर्थन किया जिससे उनका निर्विरोध निर्वाचन सम्पन्न हुआ।
मुख्यमंत्री पटेल और अन्य वरिष्ठ नेताओं तथा नेता प्रतिपक्ष ने आचार्य को बधाई दी। उन्होंने इस मौक़े पर कहा कि वह सबको साथ लेकर और बेहतर से बेहतर ढंग से सदन के संचालन का प्रयास करेंगी।