जयपुर। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं सांसद डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने राजस्थान में कांग्रेस सरकार पर कानून व्यवस्था बनाए रखने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए कहा है कि उसमें संकट के कारण वह जनता के सामने अपनी साख खो चुकी है।
त्रिवेदी आज भाजपा प्रदेश मुख्यालय में प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस तुष्टीकरण की राजनीति कर रही है, सांप्रदायिकता, वैमनस्यता एवं धार्मिक उन्माद फैलाने वाले असामाजिक तत्वों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही नहीं होती। करौली, जोधपुर, भीलवाड़ा में हुए सांप्रदायिक उन्माद राज्य में बिगड़ी कानून व्यवस्था की स्थिति को दर्शाता है।
अतीत में राजस्थान की छवि शांति, समृद्धि और राष्ट्रीय गौरव को प्रकट करने वाली थी और पर्यटकों के पंसद का राज्य माना जाता रहा है लेकिन राजस्थान कांग्रेस के गत चार वर्षाे के शासन में अराजकता और खतरनाक कट्टरता में बहता हुआ राजस्थान बना दिया गया है।
उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था लचर होने से बच्चियां और महिलाएं अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कहते है कि महिलाओं की ओर से 56 प्रतिशत दर्ज कराए गए मामले झूंठे होते है। गहलोत इन मामलों में कितने बड़े सांख्यिकी और गणितीय विशेषज्ञ हो गए है, इतनी सटिकता के साथ प्रतिशत बता रहे है, यह बोलना सरकार की संवेदनहीनता का बहुत बड़ा उदाहरण है।
डॉ. त्रिवेदी ने कहा कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के घोषणा-पत्र में देशद्रोह कानून को खत्म करने की बात कांग्रेस ने कही, गहलोत सरकार ने अपने मंत्रियों और विधायकों पर ही देशद्रोह के मुकदमे दर्ज करवाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने जो युवाओं को रोजगार, किसानों की कर्जमाफी के वादे किए, उसमें से एक भी वादा पूरा नही कर पाई, राजस्थान में पेपर लीक होना आम बात हो गई है, एक के बाद एक पेपर लीक के मामले सामने आ रहे है।
कांग्रेस सरकार में संकट के कारण वह जनता के बीच अपनी साख खो चुकी है, अभी तक राजस्थान में हुए पेपर लीक मामलों में निश्चित रूप से कांग्रेस सरकार से जुड़े लोग शामिल है, इसी वजह से कांग्रेस सरकार इसकी केन्द्रीय जांच ब्यूरो से जांच नहीं करवाती है। बेरोजगार युवाओं के साथ धोखा करते हुए पेपर लीक मामले की श्रृंखला बना दी है, इन पेपर लीक मामलों से सरकार के प्रतिनिधि प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए हैं।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कहा कि देश विरोधी संगठनों को पालने का काम भी कांग्रेस सरकार के संरक्षण में हो रहा है, पीएफआई जैसे कटठरपंथी एवं देश विरोधी संगठन को रैली निकालने की अनुमति देने से ऐसे संगठनों को प्रश्रय मिलता है।
डॉ. त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अप्रैल 2021 में महंगाई रैली में जयपुर की धरती से भाषण देते हुए कंन्फ्यूजन की शुरूआत की, महंगाई पर भाषण ना देकर हिंदू एवं हिंदुत्व पर कंफ्यूजन भाषण दिया। पहले तो हिंदु बनाम हिंदुत्व में कंफ्यूज रखते थे और अब महंगाई बनाम हिंदुत्व में रखते है।
अर्थव्यवस्था में भी कंफ्यूज हो जाते है, भारत सबसे बड़ा मोबाइल एक्सपोर्टर होता जा रहा है। राहुल गांधी कहते है मेन्युफेक्चुरिंग नहीं हो रहीे है जबकि 200 से अधिक मोबाइल मेन्युफेक्चुरिंग यूनिट काम कर रही है। देश आज विमान युद्धपोत बना रहा है, जबकि राहुल गांधी कहते है कि कुछ भी नहीं बन रहा है। राहुल गांधी में कंफ्यूजन की पराकाष्ठा है, कंफ्यूजन ऐसा है कि राजस्थान में भी खूब घमासान हुआ।
उन्होंने कहा कि राजस्थान की सरकार के जहाज को दो पायलट चला रहे है, दोनों जहाज को अपने-अपने हिसाब से दिशा में ले जाना चाह रहे है, जहाज को चला कौन रहा है, दोनों एक दूसरे के ऊपर सुंदर पुष्प वर्षा कर रहे है।
उन्होंने बताया कि भाजपा द्वारा राजस्थान की 128 विधानसभाओं में जन आक्रोश महासभाएं हो चुकी है, शेष विधानसभाओं में 10 जनवरी तक महासभाएं पूर्ण कर ली जाएगी। जन आक्रोश यात्रा के द्वारा 62 हजार 211 नुक्कड़ सभाएं एवं चौपाले हो चुकी है, प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 2 करोड़ 25 लाख लोगों से संपर्क किया गया और 92 लाख से अधिक आरोप पत्र वितरित किए जा चुके है तथा पूरे प्रदेश में एक लाख 15 हजार किलोमीटर रथ यात्राएं हुई। हुई।