डूंगरपुर। दक्षिणी राजस्थान के छोटे शहर डूंगरपुर में देश का पहला रोटी बैंक खोला गया है जहां कोई भी व्यक्ति नि:शुल्क दोपहर का भोजन कर सकता है।
शहर में अपनी तरह की यह अनोखी पहल नगर परिषद के अस्पताल में की गई है। इसके लिए डूंगरपुर नगर परिषद ने स्थान उपलब्थ कराया है जबकि दिन-प्रतिदिन की व्यवस्था का जिम्मा शहर के समाजसेवियों ने उठाया है।
नगर परिषद के सभापति एवं स्वच्छ राजस्थान के ब्रांड एम्बेसडर के.के.गुप्ता की पहल पर यह रोटी बैंक खोलने का निर्णय लिया है। पिछले सप्ताह इस बैंक खोलने की घोषणा की गई थी।
गुप्ता ने बताया कि शहर में इस जिले का एकमात्र अस्पताल है। मरीजों को तो भोजन अस्पताल उपलब्ध करा देता है लेकिन उनके तिमारदारों को भोजन के लिए परेशान होना पड़ता है। शहर में पर्याप्त होटल या धर्मशाला भी उपलब्ध नहीं है।
आस-पास के क्षेत्रों में इस शहर का प्रमुख स्थान है। यहां सरकारी नौकरियों के लिए परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं। परीक्षार्थियों को रहने और खाने की भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसी को ध्यान में रखकर रोटी बैंक की शुरूआत की गई है।
उन्होंने बताया कि इस बैंक से कोई भी व्यक्ति नि:शुल्क रोटी प्राप्त कर सकता है। कोई व्यक्ति चाहे तो धन या श्रम का दान भी कर सकता है। उन्होंने कहा कि रोटी बैंक के संचालन के लिए एक ट्रस्ट की स्थापना की गई है।
कोई भी व्यक्ति एक लाख रुपए दान करके इसका ट्रस्टी बन सकता है। इसके अलावा कोई भी व्यक्ति विशेष अवसरों जैसे जन्मदिवस, जयंती या पुण्यतिथि तथा त्योहारों पर भोजन की व्यवस्था का जिम्मा ले सकता है।
गुप्ता ने बताया कि इसमें बच्चों को जोड़ने के लिए एक विशेष व्यवस्था शुरू की गई है। स्कूल में पढ़ने वाले प्रत्येक बच्चे से घर से एक अतिरक्त रोटी लाने के लिए कहा जाएगा। इन रोटियाें काे लंच के समय जरुरतमंद व्यक्तियों तक पहुंचा दिया जाएगा।