नयी दिल्ली । भारत की उड़नपरी पीटी ऊषा 1984 के लॉस एंजेलिस ओलंपिक में जब हिस्सा ले रही थीं तो नयी उड़नपरी दूती चंद का जन्म भी नहीं हुआ था लेकिन आज दोनों एक मंच पर साथ साथ बैठी हुई थीं और इस मौके पर दूती ने कहा कि वह पीटी ऊषा की महान उपलब्धियों तक पहुंचना चाहती हैं।
पीटी ऊषा और दूती चंद के एक साथ होने का मौका यहां 67वीं अखिल भारतीय पुलिस एथलेटिक्स चैंपियनशिप की घोषणा के अवसर पर देखने में आया। इन दोनों फर्राटा एथलीटों को केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया था जो इस चैंपियनशिप का मेजबान है।
जकार्ता एशियाई खेलों में 100 और 200 मीटर दौड़ में रजत पदक जीतकर इतिहास बनाने वाली ओड़िशा की दूती चंद से जब यह पूछा गया कि क्या वह उषा से प्रेरणा लेती हैं तो दूती ने बड़ी विनम्रता के साथ कहा,“ मैं दीदी का धन्यवाद करना चाहती हूं जिन्होंने पिछले साल भुवनेश्वर में एशियन चैंपियनशिप के दौरान कहा था कि मैं पदक जीत सकती हूं और मैंने 100 मीटर दौड़ में कांस्य पदक हासिल किया था।”
100 और 200 मीटर में 20 राष्ट्रीय रिकार्ड अपने नाम रखने वाली दूती ने कहा,“ ऊषा ने मुझसे यह भी कहा था कि मैं ओलंपिक खेलों में खेलूंगी और मैं रियो ओलंपिक में उतरी। उन्होंने मुझसे यह भी कहा कि मैं एशियाई खेलों में पदक जीतूंगी और मैंने फर्राटा दौड़ों में दो रजत जीते। वह जब भी मिलती हैं हमेशा मुझे सलाह देती हैं। मैं दीदी की तरह नहीं बन पाऊंगी लेकिन मैं उनकी महान उपलब्धियों के आस पास पहुंचने की कोशिश करूंगी।”