बारबाडोस। अपने गीत ‘चैंपियन ओ चैंपियन’ से सभी को थिरकाने वाले वेस्टइंडीज़ के स्टार ऑलराउंडर ड्वेन ब्रावो का अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में जलवा देखने को नहीं मिलेगा जिन्होंने बुधवार को 14 साल के अपने सुनहरे करियर पर विराम लगा दिया।
35 वर्षीय ब्रावो ने हालांकि दुनियाभर में चल रही ट्वंटी 20 क्रिकेट लीगों में खेलते रहने का फैसला किया है। वह इंडियन प्रीमियर लीग के भी चर्चित और पसंदीदा खिलाड़ियों में से एक हैं।
वर्ष 2004 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर में पदार्पण करने वाले ब्रावो ने अपने करियर में 40 टेस्ट, 164 वनडे और 66 ट्वंटी 20 मैच खेले हैं। उन्होंने वेस्टइंडीज़ की ओर से आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच दो वर्ष पूर्व सितंबर 2016 में पाकिस्तान के खिलाफ खेला था।
ब्रावो ने अपने बयान में कहा कि मैं आज क्रिकेट जगत को बता देना चाहता हूं कि मैं 14 साल के अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में सभी प्रारूपों से संन्यास ले रहा हूं। मुझे आज भी वह दिन याद है जब मैंने विंडीज़ के लिए पदार्पण किया था और लार्ड्स मैदान में जुलाई 2004 को वह मरून कैप हासिल की थी। मेरे अंदर उस दिन जो उर्जा थी उसे मैंने अपने करियर में हमेशा कायम रखा।
ब्रावो ने कहा कि मुझे ऐसा लगता है कि एक पेशेवर क्रिकेटर के तौर पर अपने करियर को और लंबे समय तक जारी रखने के लिए मुझे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर को अपने नए खिलाड़ियों को सौंपना चाहिए। ब्रावो ने अपना आखिरी टेस्ट मैच 2010 में खेला था लेकिन बाद में वह एक विशेषज्ञ ट्वंटी 20 क्रिकेटर बन गए।
विंडीज ऑलराउंडर ने चार साल पहले वर्ष 2014 में अपना आखिरी वनडे खेला था। धर्मशाला में भारत के खिलाफ यह मैच काफी नाटकीय मोड़ पर समाप्त हुआ था जिसके बाद वेस्टइंडीज़ की टीम ने भुगतान विवाद के कारण खेलने से इंकार किया था और स्वदेश लौट गई थी।
ब्रावो उस समय विंडीज टीम के कप्तान थे और वह केवल टॉस में उतरे जिसके बाद पूरी विंडीज़ टीम ने खेलने से इंकार कर अपना विरोध जताया। हालांकि इसके बाद ब्रावो को वनडे में खेलने का दोबारा मौका नहीं मिला।
ब्रावो की रिटायरमेंट की घोषणा के साथ ही उनके राष्ट्रीय टीम में वापसी की अटकलों पर भी विराम लग गया है। उन्होंने यह घोषणा ऐसे समय की है जब विंडीज़ टीम भारत दौरे पर है और फिलहाल वनडे सीरीज़ खेल रही है।
उन्होंने कहा कि मैं उन सभी लोगों को धन्यवाद करना चाहता हूं जिन्होंने मेरी मदद की। मैं अपने प्रशंसकों का हर बार समर्थन करने के लिए धन्यवाद करता हूं। मुझे अपने करियर में दुनियाभर में जाने और बेहतरीन खिलाड़ियों के साथ ड्रैसिंग रूम साझा करने का मौका मिला।
कैरेबियाई ऑलराउंडर ने टेस्ट करियर में तीन शतकों सहित 31.42 के औसत से 2200 रन बनाये और 39.83 के औसत से 86 विकेट लिए। वनडे में उन्होंने 25.36 के औसत और 82.30 के स्ट्राइक रेट से 2968 रन बनाए तथा 199 विकेट लिए।