नैनीताल। उत्तराखंड में शनिवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए और इसके कारण बागेश्वर जिले में चार मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं जबकि दो लोग घायल हो गए। सीमांत पिथौरागढ़ जिले में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए लेकिन किसी तरह की जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है। शेष जिलों में स्थिति सामान्य है।
बागेश्वर की आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि जिले में आज सुबह 6.31 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.7 मापी गई। इसका केन्द्र बागेश्वर जिले का गोगिना में स्थित था। जानकारों का मानना है कि भूकंप का केन्द्र जमीन के अंदर काफी गहरा होने से जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है।
माना जा रहा है कि उत्तर भारत के अलावा नेपाल और चीन के सीमांत जिलों में भी इसका असर देखने को मिला है। भूकंप के चलते लोगों में दहशत व्याप्त हो गयी और लोग घरों को छोड़र बाहर दौड़ पड़े।
सुयाल ने बताया कि भूकंप के चलते बागेश्वर के दुगनकुरी तहसील के किड़ईधार रीमा क्षेत्र में लच्छमराम का मकान क्षतिग्रस्त हो गया। जिससे मकान में सो रही लच्छमराम की पत्नी बसंती देवी (42) और उसकी बेटी रीता (11) घायल हो गए। दोनों खतरे से बाहर हैं। दोनों को तुरंत बागेश्वर जिला मुख्यालय स्थित चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा कपकोट तहसील में भी तीन मकान क्षतिग्रस्त होने की सूचना है।
उपजिलाधिकारी कपकोट के अनुसार पोथिंग गांव के नंदन सिंह और असौं गांव में उम्मेद सिंह एवं राजन सिंह के मकान भूकंप में क्षतिग्रस्त हो गए हैं। कुछ मकानों में दरार की सूचना है। तकनीकी जांच की जा रही है।
जिलाधिकारी रंजना राजगुरू के अनुसार आपदा प्रबंधन विभाग की अगुवाई में एक टीम भूकंप प्रभावित गोगिना क्षेत्र में भेजी गई है। अभी तक किसी जानमान के नुकसान की सूचना नहीं है। आपदा प्रबंधन विभाग की टीमों को अलर्ट पर रखा गया है।
पिथौरागढ़ जनपद के पिथौरागढ़, बेरीनाग के अलावा कुछ अन्य क्षेत्रों में भी भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए लेकिन यहां से किसी प्रकार के नुकसान की सूचना नहीं है। शेष क्षेत्रों में स्थिति सामान्य बताई जा रही है।