नई दिल्ली। नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने चालू वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर 7.5 प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त करते हुए आज कहा कि देश के आकांक्षी युवा निम्न विकास दर और कम स्तर के रोजगार को स्वीकार नहीं करेंगे।
कुमार ने यहां एक व्याख्यानमाला में कहा कि जब तक युवा आबादी के लिए बेहतर रोजगार उपलब्ध नहीं होगा तब कहीं हमारी युवा पीढ़ी भयावह न बन जाए। उन्होंने कहा कि यदि हम नहीं चाहते हैं कि हमारी युवा आबादी देश के लिए भयावह आबादी बने तो इसके लिए तीव्र विकास दर हासिल करना होगा और विकास को अधिक समग्र बनाना होगा।
उन्होंने राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करते हुए अर्थव्यवस्था में गति लाने में सहायक 10 कारकों को गिनाया। उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्षाें में किए गए नीतिगत उपायों से भारतीय अर्थव्यवस्था में अब तेजी आने लगी है।
कुमार ने स्टील, सीमेंट और भारी व्यावसायिक वाहन के क्षेत्र में आयी तेजी का हवाला देते हुये कहा कि अब न सिर्फ उपभोग की मांग बढ़ी है बल्कि निवेश मांग में आने लगी है। उन्होंने वर्ष 2018-19 में देश की विकास दर 7.5 प्रतिशत रहने का भरोसा जताते हुए कहा कि अभी देश की अर्थव्यवस्था 2.5 लाख करोड़ डॉलर की है जाे वर्ष 2022-23 तक बढ़कर 4 अरब डॉलर पर पहुंच जाएगी।
उन्होंने पूर्वोत्तर सीमा पर भारत को बाहर से मिल रही चुनौती का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत अभी विकास के मामले में जिस स्थिति में है 30 वर्ष पूर्व चीन की स्थिति भी ऐसी ही थी लेकिन अभी चीन भारत की तुलना में पांच गुना बड़ी अर्थव्यवस्था है। उन्होंने कहा कि सरकार का काम निर्यात को बढ़वा देना होना चाहिए। इसके लिए भारत को निर्यात संवर्धन नीति की जरूरत है।